ग्रीको-रोमन टीम निराश, भारत का कुश्ती विश्व चैंपियनशिप अभियान दो पदकों के साथ समाप्त
55 किग्रा भार वर्ग में संदीप पहले दौर में तुर्की के एर्क्रेम ओजटर्क से 0-7 से हारकर बाहर हो गए थे। कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में 60 किग्रा वर्ग में ज्ञानेंद्र को जापान की अयाता सुजुकी से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। 72 किग्रा भार वर्ग में विकास को क्वालीफिकेशन में तुर्की के केंगिज अर्सलान ने हराया।
कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में ग्रीको-रोमन प्रतियोगिता में पदक के लिए भारत की सबसे अच्छी उम्मीदों में से एक साजन ने भी निराश किया। 77 किग्रा वर्ग में उन्हें शुरूआती दौर में हंगरी के तमस लेवाई से हार का सामना करना पड़ा। 82 किग्रा, 97 किग्रा और 130 किग्रा में भी यही कहानी थी। हरप्रीत सिंह जहां 82 किग्रा के क्वालीफाइंग दौर में आयरलैंड के पेजमैन सोल्टनमोराड पोष्टम से हार गए, वहीं रवि को कोरिया के ज्यू पार्क ने दरवाजा दिखाया।
130 किग्रा वर्ग में सोनू क्वालिफायर में बुल्गारिया के राडोस्लाव प्लामेनोव जॉर्जीव से हार गए। हालांकि महिला कुश्ती टीम ने भारतीय अभियान को थोड़ी राहत दी। अंशु मलिक ने कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया। वह 57 किग्रा के फाइनल में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता हेलेन मारौलिस से हार गईं। हरियाणा की 20 वर्षीय पहलवान पोडियम पर समाप्त होने वाली छठी भारतीय महिला हैं।