इंग्लिश प्रीमियर लीग इतिहास के पहले सिख असिस्टेंट रेफरी होंगे भूपिंदर सिंह

इंग्लिश प्रीमियर लीग इतिहास के पहले सिख असिस्टेंट रेफरी होंगे भूपिंदर सिंह

स्पोर्टस न्यूज डेस्क।। दुनिया की सबसे मशहूर क्लब फुटबॉल प्रतियोगिता इंग्लिश प्रीमियर लीग में इतिहास बनने जा रहा है। ब्रिटिश सिख भूपिंदर सिंह गिल प्रीमियर लीग मैच में सहायक रेफरी के रूप में कार्य करने वाले पहले सिख-पंजाबी बनने के लिए तैयार हैं। चार जनवरी को साउथेम्प्टन और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच देर रात होने वाले मैच की कमान संभालेंगे।

भूपिंदर के (दाएं) भाई सनी सिंह (बाएं) और पिता जरनैल सिंह (बीच में) ईएफएल में रेफरी रहे हैं।

37 साल के भूपिंदर सिंह गिल के परिवार में रेफरी बनने का जुनून दौड़ता है. उनके पिता जरनैल सिंह ने 2004 और 2010 के बीच इंग्लिश फुटबॉल लीग में 100 से अधिक मैचों में अंपायरिंग की, ऐसा करने वाले वे सिख पगड़ी पहनने वाले पहले व्यक्ति बने। भूपिंदर के भाई सनी सिंह गिल भी इंग्लिश फुटबॉल लीग में अंपायरिंग कर चुके हैं। और अब भूपिंदर प्रीमियर लीग में सहायक रेफरी के रूप में नजर आएंगे। एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में भूपिंदर सिंह ने इस उपलब्धि को खास बताया है और अपने पिता को अपना प्रेरणास्रोत बताया है. उसने बोला,

इंग्लिश प्रीमियर लीग इतिहास के पहले सिख असिस्टेंट रेफरी होंगे भूपिंदर सिंह

यह मेरे रेफरिंग करियर का सबसे बड़ा क्षण होगा। मैं ज्यादा भावुक नहीं होना चाहता क्योंकि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। मेरा पूरा परिवार मेरे लिए बहुत खुश है। मैं अपने पिता के सहयोग और मार्गदर्शन के बिना इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाता। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया और मेरा मनोबल बढ़ाया। मेरे पिता ने यह मैच देखने के लिए विशेष छुट्टी ली है और वह मेरी पत्नी और मेरे बेटे के साथ मैच देखेंगे।

भूपिंदर सिंह पेशे से शारीरिक शिक्षा के शिक्षक हैं और महज 14 साल की उम्र में उन्होंने रेफरी बनने के लिए निर्धारित परीक्षा पास की थी.

इंग्लिश फुटबॉल के मुख्य रेफरी हावर्ड वेब ने सहायक रेफरी के रूप में भूपिंदर की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की है और उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता की तरह खेल की दिशा को समझकर खेल को बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ाएंगे.

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