WTC Final : ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में किसका पलड़ा भारी, जानें हेड टू हेड रिकॉर्ड

इंतजार खत्म हुआ। बस कुछ घंटे बाकी हैं और फिर टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी भिड़ंत लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स स्टेडियम में खेली जाएगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 का फाइनल मुकाबला साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार 11 जून को लॉर्ड्स में शुरू होगा। यह फाइनल तय करेगा कि तीसरा WTC खिताब कौन जीतेगा? टेस्ट क्रिकेट की मशहूर गदा कौन उठाएगा? लेकिन उससे पहले यह जानना भी जरूरी है कि दोनों में से कौन सी टीम लॉर्ड्स के मैदान के लिए अच्छी साबित हुई है? 2023 में शुरू होने वाले WTC के तीसरे चक्र का अंत 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में खेले जाने वाले फाइनल के साथ हो रहा है। टीम इंडिया जहां पिछले दो फाइनल में पहले ही जगह बना चुकी थी, वहीं इस बार उसकी जगह साउथ अफ्रीका ने ले ली है, जो पहली बार यह फाइनल खेलेगी। साउथ अफ्रीका पॉइंट टेबल में शीर्ष पर रहा। वहीं, दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया रहा,
Two teams. One dream 👑
— ICC (@ICC) June 9, 2025
South Africa and Australia are ready to carve their names in Lord’s history 🤩#Cricket #CricketReels #WTC25 pic.twitter.com/FgeID10JXv
जिसने पिछली चैंपियनशिप जीती थी। ऑस्ट्रेलिया को वह जीत लंदन में मिली थी, लेकिन वह मैदान द ओवल था। इस बार फाइनल लॉर्ड्स में है। लॉर्ड्स में किसका रिकॉर्ड ज़्यादा मज़बूत है? अब सवाल यह है कि लॉर्ड्स किसके लिए लकी ग्राउंड रहा है, साउथ अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि यह दोनों ही टीमों के लिए न्यूट्रल ग्राउंड है। लेकिन आंकड़े और इतिहास बताते हैं कि यह ग्राउंड दोनों ही टीमों के लिए किसी होम ग्राउंड से कम नहीं है। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को इस ग्राउंड पर अपार सफलता मिली है। रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लॉर्ड्स में 23 टेस्ट मैच खेले हैं और उसे सिर्फ़ 2 में हार का सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया ने 12 मैच जीते हैं। वहीं साउथ अफ्रीका के आंकड़े भी दमदार हैं। 1991-92 में क्रिकेट में वापसी करने के बाद साउथ अफ्रीका ने लॉर्ड्स में 7 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से उसने 5 जीते हैं और सिर्फ़ 1 में हार का सामना किया है। आमने-सामने की टक्कर में किसका पलड़ा भारी है? यानी लॉर्ड्स का मैदान इन दोनों ही टीमों के लिए बेहतरीन साबित हुआ है। ऐसे में फाइनल के रोमांचक होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर दोनों के टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो यहां ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है।
कुल 101 टेस्ट मैचों में से ऑस्ट्रेलिया ने 54 में जीत दर्ज की है, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 26 में जीत दर्ज की है। वहीं, 21 मैच ड्रॉ रहे हैं। अगर इस WTC चक्र की बात करें तो फाइनल में पहुंचने से पहले दोनों टीमें दमदार फॉर्म में थीं। दक्षिण अफ्रीका ने जब पाकिस्तान और श्रीलंका को हराया, जब भारत के साथ सीरीज ड्रॉ कराई, तो ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को हराने के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड को भी हराया।