क्या कोहली और राहुल नहीं चाहते थे कि कप्तान रोहित उठाये विश्व कप की ट्रॉफी

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। वर्ल्डकप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आसानी से हरा दिया. टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह से खेल रही थी, माना जा रहा था कि यह टीम जरूर चैंपियन बनेगी. लेकिन बड़े मंच पर एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया ने साबित कर दिया कि वे क्यों लगातार ट्रॉफियां जीतते रहे हैं. हालांकि इसमें टॉस का भी अहम रोल रहा. पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि बाद में बल्लेबाजी आसान हो गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम 20-30 रन और बनाए होते तो कुछ भी हो सकता था. आइए विस्तार से जानते हैं कि रोहित ने और क्या क्या कहा.
'इस टीम पर गर्व है'
वर्ल्डकप फाइनल में टीम इंडिया लागातर 10 मुकाबले जीतकर पहुंची थी. रोहित एंड कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया को ही हराकर अपने वर्ल्डकप अभियान की शुरुआत की थी. पूरे टूर्नामेंट में ऐसा लग रहा था टीम किसी मिशन पर निकली है. हर खिलाड़ी अपना योगदान दे रहा था. बल्लेबाज रनों का अंबार लगा रहे थे, तो बॉलर्स सामने वाली टीम को नेस्तनाबूद कर दे रहे थे. हालांकि फाइनल में पूरी टीम बुरी तरह से फ्लॉप हो गई. इस पर रोहित ने कहा, "परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आया. हम आज अच्छा नहीं खेल पाए, लेकिन मुझे इस टीम पर गर्व है."
कोहली राहुल की बल्लेबाजी पर रोहित ने क्या कहा
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम की ओपनिंग जोड़ी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई. शुभमन गिल सिर्फ 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. रोहित ने विस्फोटक बल्लेबाजी कर भारत पर दबाव नहीं आने दिया. हालांकि पावरप्ले समाप्त होने से पहले ही वह आउट हो गए. उनके पीछे-पीछे श्रेयस अय्यर भी लौट गए. यहां से विराट कोहली और के एल राहुल ने पारी को संभाला, लेकिन दोनों रनगति को बरकरार नहीं रख पाए. पर इस बीच विकेट भी गेंदबाजों को काफी मदद कर रहा था. रोहित ने कहा, "जब केएल और विराट बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हम 270-80 का स्कोर देख रहे थे, लेकिन लगातार विकेट गंवाने के कारण हम वहां तक नहीं पहुंच पाए. 20-30 रन और होते तो अच्छा रहता."
क्या अपनी ही बात से पलटे रोहित
जब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग करने के लिए बुलाया, तब रोहित ने कहा था कि हम भी पहले बैटिंग ही करना चाहते थे. लेकिन मैच के बाद वह अपने बयान से पलटते नजर आए. रोहित ने कहा, "अंडर लाइट्स विकेट बल्लेबाजी करने के लिए बेहतर हो गई थी. मेरा कहने का मतलब है कि हम सभी जानते हैं कि अंडर लाइट्स बल्लेबाजी करना आसान रहता है, लेकिन हम इसे बहाना नहीं बनाना चाहते. हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. बोर्ड पर 240 रन होने पर हम शुरुआती विकेट जल्दी चटकाना चाहते थे, लेकिन ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन को श्रेय दिया जाना चाहिए."