युवराज सिंह को भारत रत्न देने की किसने और क्यों उठाई मांग? क्या सच में है इसकेे हकदार
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह सोशल मीडिया पर दिए एक इंटरव्यू के कारण चर्चा में हैं। योगराज सिंह ने अपने इंटरव्यू में भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव पर युवराज सिंह का करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया है. इन विवादित बयानों के बीच उन्होंने एक इंटरव्यू में भारत सरकार से मांग की है कि युवराज सिंह को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए.
कैसा रहा युवराज सिंह का करियर?
युवराज सिंह ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. उन्होंने इन सभी फॉर्मेट में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं. युवराज सिंह टीम इंडिया के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बाद वनडे क्रिकेट में 5000 रन बनाने और 100 विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं।
भारत को 2 वर्ल्ड कप दिलाए
युवराज सिंह ने टीम इंडिया को 2 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने टी20 विश्व कप 2007 में शानदार प्रदर्शन किया और भारत को 1983 के बाद पहला विश्व खिताब दिलाया। इस टूर्नामेंट में उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के लगाकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं। इसके बाद युवराज सिंह ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 में अपने प्रदर्शन से टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 362 रन बनाए और 15 विकेट भी लिए. उन्हें टूर्नामेंट में 4 बार मैन ऑफ द मैच चुना गया और अंत में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता।
आपने भारत रत्न क्यों मांगा?
जीस्विच से बात करते हुए योगराज सिंह ने कहा कि उनके बेटे ने कैंसर से लड़कर भारत को चैंपियन बनाने में योगदान दिया है। कैंसर से लड़ने और भारत को विश्व कप चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए युवराज सिंह को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए। मालूम हो कि खेल की दुनिया में अब तक सिर्फ सचिन तेंदुलकर को ही भारत का सर्वोच्च सम्मान दिया गया है.
युवराज सिंह के करियर पर एक नजर
फॉर्मेट | मैच | इनिंग | रन | गेंद | सर्वाधिक स्कोर | नॉट आउट | शतक/अर्धशतक | विकेट | सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन |
टेस्ट | 40 | 62 | 1900 | 3277 | 169 | 6 | 3/11 | 9 | 2/9 |
वनडे | 304 | 278 | 8701 | 9924 | 150 | 40 | 14/52 | 111 | 5/31 |
टी20 | 58 | 51 | 1177 | 863 | 77 | 9 | 0/8 | 28 | 3/17 |
IPL | 132 | 126 | 863 | 2120 | 83 | 15 | 0/13 | 36 | 4/29 |