ट्रॉफी के पास रुक-रुककर जाने का आइडिया किसने दिया था? रोहित ने PM मोदी को बताया- दो लड़के थे इस करतूत के पिछे

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोमांचक फाइनल मैच 7 रन से जीतने के बाद टीम इंडिया ने दिल्ली में प्रधानमंत्री से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. गुरुवार को टीम ने पीएम के साथ नाश्ता किया और उनकी ऐतिहासिक जीत पर लंबी चर्चा भी की. बातचीत के दौरान पीएम ने खिलाड़ियों से कई दिलचस्प सवाल भी पूछे. इसी दौरान पीएम ने रोहित से पूछा कि जब आप जीत के बाद ट्रॉफी लेने जा रहे थे तो किसे पता था कि आप बिना रुके जा रहे हैं? तो रोहित ने कहा कि उसके पीछे दो लड़के थे.
कुलदीप यादव और चहल ने दिया सुझाव
दरअसल, रोहित शर्मा ने पीएम मोदी को बताया कि उन्हें ऐसा करने का सुझाव कुलदीप यादव और चहल ने दिया था. इसके अलावा पीएम मोदी ने कप्तान रोहित शर्मा से उस पल के बारे में सवाल किया जब हिटमैन पिच का स्वाद चख रहे थे. इस सवाल पर रोहित ने पीएम के साथ एक खास पल साझा किया. उन्होंने कहा, 'इतने सालों के बाद हमने ट्रॉफी जीती. मैं हमेशा उस पिच को याद रखना चाहता था जिस पर हमने जीत हासिल की थी। हम सभी ने इसके लिए बहुत लंबा इंतजार किया, बहुत मेहनत की। कई बार हम विश्व कप जीतने के बेहद करीब पहुंचे, इस बार हमने जीत हासिल की.'
Our World T20 🏏 Champions enthralled everyone with their outstanding performances. Had a wonderful conversation with them. Do watch! https://t.co/1UPGbCmx6F
— Narendra Modi (@narendramodi) July 5, 2024
खिलाड़ियों की मुलाकात अद्भुत थी
पीएम ने रोहित के अलावा अन्य खिलाड़ियों से भी बात की है. दरअसल, टी20 वर्ल्ड कप 2024 की विजेता भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान खिलाड़ियों के अलावा बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह और टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी मौजूद थे. पीएम के साथ खिलाड़ियों की मुलाकात शानदार रही और इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने हाव-भाव से लोगों का दिल भी जीत लिया.
पीएम ने नहीं छूई ट्रॉफी.. जीत लिया फैंस का दिल!
जब वर्ल्ड कप ट्रॉफी के साथ पीएम और खिलाड़ियों की फोटो खींची गई तो प्रधानमंत्री ने ट्रॉफी नहीं ली. यह आईसीसी ट्रॉफी है जो देश को 11 साल के इंतजार के बाद मिली है और क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसकी लोकप्रियता भारत में किसी अन्य से नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री ने इस ट्रॉफी को अपने हाथों से नहीं थामा, उन्होंने उन लोगों का हाथ थामा जिन्होंने इसे लाने के लिए कड़ी मेहनत की. ऐसे में पीएम ट्रॉफी अपने हाथ में लेने के बजाय फैंस का दिल जीत रहे हैं.