रोहित शर्मा के दिमाग में क्या चल रहा था? 2 महीने पहले ही छोडने वाले थे टेस्ट क्रिकेट, रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। तारीख- 7 मई 2025. समय- शाम के 7 बजकर 29 मिनट. यही वो घड़ी थी जिसमें रोहित शर्मा ने टेस्ट की कप्तानी ही नहीं छोड़ी, पूरे टेस्ट क्रिकेट को ही छोड़ दिया. उन्होंने क्रिकेट से सबसे लंबे फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया. हालांकि, अब सामने आई PTI की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि रोहित ने जिस रिटायरमेंट पर मुहर अब लगाई है, उसे वो 2 महीने पहले ही अमलीजामा पहनाने वाले थे. यानी, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में मिली जीत के बाद ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने का मन बना लिया था. और, उसके पीछे उनकी सोच बड़ी क्लियर थी. अब सवाल है कि रोहित शर्मा की वो सोच क्या थी? उनके दिमाग में तब क्या चल रहा था?
2 महीने पहले ही संन्यास लेने वाले थे रोहित, वजह थी ये
टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में 9 मार्च 2025 को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता. उस खिताब को जीतने के बाद ही रोहित का इरादा टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने का था. PTI को इस फैसले के बारे में रोहित के करीबी सूत्रों से जानकारी मिली थी. सूत्रों ने ये भी बताया कि चूंकि WTC का नया साइकिल शुरू हो रहा था, तो रोहित ने सोचा कि संन्यास लेने का यही सही वक्त है. मतलब उस फैसले को लेते हुए रोहित के दिमाग में टीम इंडिया का हित चल रहा था. वो चाहते थे कि नए साइकिल में किसी नए कप्तान, युवा खिलाड़ी को मौका मिले, जो भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट में और आगे ले जा सके.
हालांकि, रोहित को करीब से फॉलो करने वाले BCCI के एक पूर्व अधिकारी ने सवाल उठाया कि अगर वो टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना चुके थे तो फिर टीम से उन्हें ड्रॉप करने की बात कैसे उठी? सामने आई रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अजीत अगरकर वाली सेलेक्शन कमेटी टीम में रोहित के सेलेक्शन को लेकर ऊहापोह में थी, जबकि इंग्लैंड दौरे के लिए टीम के ऐलान में हफ्ते भर का वक्त बचा था. रोहित ने अपने फैसले पर मुहर लगाकर सेलेक्टर्स की उसी दुविधा को दूर कर दिया है.