पाकिस्तान के मुंह पर UAE ने मारा तमाचा, PSL 2025 के मैच करवाने से दुबई ने किया साफ इनकार, वजह है भारत

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारत पर आतंकी हमले करने के बाद ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने वाले पाकिस्तान को भारतीय सेनाओं की ओर से तो करारा जवाब मिला ही है, लेकिन अब संयुक्त अरब अमीरात ने भी उसे कड़ी फटकार लगाई है। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपने टी-20 टूर्नामेंट पीएएसएल के मौजूदा सत्र को बीच में ही रोकना पड़ा। इसके बाद पाकिस्तानी बोर्ड ने घोषणा की कि बाकी बचे मैच यूएई में आयोजित किए जाएंगे। लेकिन अब यह प्रयास भी विफल होता दिख रहा है क्योंकि अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) टूर्नामेंट के आयोजन की अनुमति देने को तैयार नहीं है।
पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है। गुरुवार, 8 मई को पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने लाहौर और रावलपिंडी सहित कई शहरों पर ड्रोन दागे, जिनमें से एक रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पर भी गिरा। गुरुवार को ही उस स्टेडियम में पीएसएल का मैच होना था, जिसे रद्द करना पड़ा।
यूएई पीसीबी को खारिज करेगा
इसके तुरंत बाद पाकिस्तानी बोर्ड ने टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया। फिर देर रात पीसीबी ने घोषणा की कि इस सीजन के बाकी बचे 8 मैच यूएई में होंगे। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए यूएई क्रिकेट बोर्ड अपने देश में पीएसएल मैचों की मेजबानी करने को तैयार नहीं है और पाकिस्तानी बोर्ड को खारिज करने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट में ईसीबी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के कई अप्रवासी यूएई में रहते हैं और ऐसे समय में इस टूर्नामेंट का आयोजन न केवल सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता है बल्कि दोनों देशों के लोगों के बीच संघर्ष की संभावना भी बढ़ सकती है।
बीसीसीआई से अच्छे संबंध
अमीराती बोर्ड (ईसीबी) के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के साथ भी अच्छे संबंध हैं और भारतीय बोर्ड ने यूएई में टी-20 विश्व कप, एशिया कप और आईपीएल के कई सत्रों की मेजबानी भी की है। इतना ही नहीं, हाल ही में पाकिस्तान में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय बोर्ड ने यूएई को आयोजन स्थल चुना था और सभी मैच दुबई में खेले गए थे। ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों में ईसीबी किसी भी तरह से खुद को पाकिस्तानी बोर्ड के करीब दिखाने से बचना चाहता है। इसे देखते हुए, ऐसा नहीं लगता कि पाकिस्तानी बोर्ड को यूएई से अनुमति मिलेगी।