दुनिया के ये 5 दिग्गज क्रिकेटर जिसे बैन की वजह से विश्वभर में होना पडा शर्मिंदा

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। क्रिकेट को सज्जनों का खेल कहा जाता है। जैसे-जैसे खेल विकसित हुआ, इसके साथ कई चीजें जुड़ती गईं, जिससे इसकी सज्जनता वाली छवि को नुकसान पहुंचा। विशेषकर प्रतिबंधित दवाइयां लेना और डोपिंग टेस्ट में असफल होना किसी भी क्रिकेटर को शर्मिंदा करने के लिए पर्याप्त था। ऐसे में आइए जानते हैं उन 5 मशहूर क्रिकेटरों के बारे में जिन्हें बैन झेलने के बाद पूरी दुनिया के सामने शर्मसार होना पड़ा।
बैन के कारण शेन वॉर्न विश्व कप में नहीं खेल सके थे
आस्ट्रेलिया के दिग्गज और दिवंगत क्रिकेटर शेन वार्न को डोपिंग परीक्षण में असफल होने के कारण प्रतिबंध का सामना करना पड़ा। वॉर्न पर यह प्रतिबंध 2023 विश्व कप से पहले लगाया गया था। शेन वार्न पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का आरोप लगाया गया था। हालांकि, वार्न ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी मां के कहने पर कुछ दवाइयां ली थीं और उन्हें इसकी जानकारी भी थी, लेकिन इसके कारण वार्न विश्व कप में नहीं खेल सके। वार्न पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था और उसके बाद ही वह वापसी कर पाए।
एलेक्स पर ड्रग के आरोप में प्रतिबंध लगाया गया था
इस लिस्ट में इंग्लैंड के विस्फोटक खिलाड़ी एलेक्स हेल्स का नाम भी शामिल है। एलेक्स हेल्स को 2019 में नशीली दवाओं के उपयोग के कारण प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। इस प्रतिबंध का उनकी छवि पर गहरा असर पड़ा और उनके करियर पर भी असर पड़ा।
आंद्रे रसेल पर भी डोपिंग का आरोप लगाया गया था।
वेस्टइंडीज के अनुभवी ऑलराउंडर आंद्रे रसेल पर भी 2017 में प्रतिबंध लगाया गया था। रसेल डोपिंग परीक्षण में असफल रहे। इस वजह से वह आईपीएल में भी नहीं खेल सके थे। वास्तव में, 2015 में रसेल 12 महीने की अवधि में तीन बार अपने ठिकाने के बारे में जानकारी देने में विफल रहे। नियमों के अनुसार इसे डोपिंग परीक्षण में असफलता माना जाता है।
सैमुअल्स ने सट्टेबाज के साथ साझा की जानकारी
वेस्टइंडीज क्रिकेट के 'बैड ब्वॉय' कहे जाने वाले मार्लोन सैमुअल्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अपने क्रिकेट कौशल के अलावा सैमुअल्स अपने गलत कामों के कारण भी सुर्खियों में रहे हैं। 2008 में सैमुअल्स पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था। सैमुअल्स पर 2007 में भारत दौरे पर आई वेस्टइंडीज टीम के बारे में सट्टेबाजों के साथ जानकारी साझा करने का आरोप लगाया गया था।
अज़हर का करियर बर्बाद हो गया।
भारत के दिग्गज कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को भी प्रतिबंध के कारण शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2000 में बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग में संलिप्तता के कारण अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 2012 में उन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया, लेकिन इससे उनका करियर बर्बाद हो गया।