रोमांच ऐसा कि दिल की धड़कनें रुक जाएं, क्रिकेट इतिहास का सबसे लंबा टेस्ट मैच 12 दिन तक लगातार टीमें बल्लेबाजी करती रही

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबे समय तक खेलने वाले दुनिया के टॉप-5 खिलाड़ी, नंबर 1 ने खेला है 30 साल तक

क्रिकेट न्यूज डेस्क, जयपुर।।  वर्तमान समय में टेस्ट मैच अब अपनी पहचान खोता हुआ नजर आ रहा है। टी20 के दौर में कोई भी टेस्ट मैच देखकर अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहता है। यही कारण है कि एक बार फिर से टेस्ट मैच को रोमांचक बनाने के लिए लगातार आईसीसी प्रयास कर रहा है। वर्तमान में टेस्ट में 5 दिनों में खत्म हो जाते हैं, उनके नतीजे निकले या फिर नतीजे नहीं निकले इससे किसी को फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन आज हम आपको क्रिकेट इतिहास का सबसे लंबा टेस्ट मैच पढ़ाने वाले हैं जो कि लगातार 12 दिनों तक चलता रहा था। इस टेस्ट मैच में कुल 600 से ज्यादा ओवर फेंके गए थे लेकिन इस टेस्ट मैच का रोमांच यह था कि 12 दिनों के बाद भी इस टेस्ट का नतीजा नहीं निकल पाया था और यह टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया था।

इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच में डरबन के मैदान पर मार्च 14 मार्च 1939 के बीच एक टेस्ट मैच खेला गया था। टेस्ट सीरीज का यह पांचवा टेस्ट मैच था। दक्षिण अफ्रीका की टीम भी उस समय एक अच्छी और ताकतवर टीम मानी जाती थी। अच्छे अच्छे बल्लेबाज और अच्छे तेज गेंदबाजों से सजी हुई है टीम इंग्लैंड को इस टेस्ट मैच में अच्छी-खासी टक्कर देती हुई नजर आ रही थी।

यह टेस्ट मैच शुरू हुआ और दक्षिण अफ्रीका ने पहली इनिंग में बल्लेबाजी की। दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजी करते हुए 203 ओवरों में 530 रन बनाए थे। दक्षिण अफ्रीका 530 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी। पहली पारी में इंग्लैंड में 118 ओवर 316 रन बना पाया था।  वैसे आपको बता दें कि यह 1939 का टेस्ट मैच उस दौर का टेस्ट मैच है जब टेस्ट मैचों में दिन नहीं गिने जाते थे और जब तक नतीजा नहीं आ जाए तब तक टेस्ट मैच चला करते थे इन टेस्ट मैचों को टाइमलेस टेस्ट मैच कहा करते थे। दूसरी पारी में बल्लेबाजी की इंग्लैंड की टीम 316 रन बनाकर 118 ओवर में ऑल आउट हो गई थी। दक्षिण अफ्रीका की टीम एक बार फिर से बल्लेबाजी करने उतरी और इस टीम ने शानदार तरीके से 481 रन बनाए थे दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 142 ओवरों तक यह मैच खेला था।

इस मैच का रोमांच यह था कि इंग्लैंड को आखरी पारी में 696 रनों का टारगेट दिया गया था। यह टेस्ट मैच लगातार 9 या 10 दिनों तक चला आया था। अब इस टेस्ट मैच को देखने वाले बस टेस्ट मैच के परिणाम का इंतजार कर रहे थे। इंग्लैंड की टीम को 696 रन बनाने थे लेकिन 12 दिन इंग्लैंड की टीम 654 रन बना पाई थी और इंग्लैंड के 5 विकेट ही आउट हुए थे। अपनी दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 218 ओवर तक बल्लेबाजी की थी और 12 दिन जाकर इस टेस्ट मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया था। 14 मार्च 1939 को यह टाइमलेस टेस्ट मैच ड्रॉ घोषित कर दिया गया और तब उस समय एक ओवर में 8 गेंद की जाती थी। क्रिकेट इतिहास का यह सबसे लंबा टेस्ट मैच घोषित किया गया। ना जाने क्यों इस टेस्ट मैच को पूरा नहीं कराया गया था, क्रिकेट की किताबों में यह आज भी विवादित प्रश्न है।

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