कानपुर के डेब्यू टेस्ट में सेंचुरी जड़ बना था स्टार, अब टीम में एंट्री के लिए भी कर रहा मशक्कत
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। टीम इंडिया एक बार फिर से कानपुर के ग्रीन पार्क में मैदान में उतरने के लिए तैयार है। रोहित शर्मा की कप्तानी में पूरी टीम कानपुर पहुंच चुकी है और अब प्रैक्टिस का वक्त है. भारत-बांग्लादेश सीरीज का दूसरा मैच 27 सितंबर से यहां खेला जाएगा. करीब 3 साल बाद कानपुर में कोई टेस्ट मैच होने जा रहा है, इसलिए फैन्स में उत्साह है. इस बीच जब टीम इंडिया आखिरी बार कानपुर में खेली थी तो एक खिलाड़ी ने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ा था, लेकिन अब वह खिलाड़ी टीम से बाहर है और वापसी के लिए संघर्ष कर रहा है.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच साल 2021 में टेस्ट खेला गया था
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी टेस्ट मैच साल 2021 में कानपुर में खेला गया था। उस वक्त रोहित शर्मा और विराट कोहली उस टीम के सदस्य नहीं थे. ऐसे में अजिंक्य रहाणे कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. ये वही मैच था जिसमें श्रेयस अय्यर को डेब्यू करने का मौका मिला था. श्रेयस ने इस मौके को दोनों हाथों से भुनाया. टेस्ट की पहली पारी में श्रेयस अय्यर ने 171 गेंदों पर 105 रनों की शानदार पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 13 चौके और दो छक्के लगाए.
श्रेयस ने दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाया
भारतीय टीम ने पहली पारी में 345 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें श्रेयस अय्यर का सबसे बड़ा योगदान रहा। न्यूजीलैंड टीम की बात करें तो उन्होंने पहली पारी में 296 रन बनाए, यानी पहली पारी के आधार पर भारत को बढ़त मिल गई. दूसरी पारी में टीम इंडिया ने सात विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इस बार भी श्रेयस अय्यर ने 65 रन की पारी खेली. हालांकि मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन इस मैच के बाद श्रेयस अय्यर एक बड़े स्टार बनकर उभरे।
कानपुर के बाद श्रेयस अय्यर टेस्ट में एक भी शतक नहीं लगा सके
तब से चीजें इतनी बदल गई हैं कि श्रेयस अय्यर अब टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं और जिस तरह का प्रदर्शन हम उनका देख रहे हैं, उससे लगता नहीं कि वह जल्द वापसी कर पाएंगे। श्रेयस अय्यर ने भारत के लिए अब तक 14 टेस्ट खेले हैं और उनके नाम 811 रन हैं। कानपुर टेस्ट के बाद श्रेयस को कई मौके मिले, लेकिन वह दूसरा शतक नहीं लगा सके. हां, ये सच है कि उसके बाद उनके बल्ले से 4 अर्धशतक निकले. लेकिन लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया.