पुणे में दूसरे टेस्ट के लिए तैयार टीम इंडिया, इतने साल पहले जीती थी मैच, ऑस्ट्रेलिया दे चुकी है झटका, देखें वीडियो
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच भारतीय खिलाड़ियों के लिए आंखें खोलने वाला था. पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी आक्रमण में मौजूद दिग्गज बल्लेबाज भी धराशायी हो गए और अकेले रन बनाकर क्रीज पर टिक नहीं सके. पूरी भारतीय टीम महज 46 रन पर ढेर हो गई. टीम इंडिया इस झटके से पूरे टेस्ट मैच के दौरान उबर नहीं पाई और 36 साल बाद घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ कोई टेस्ट मैच हार गई। इस मैच में हार के साथ ही टीम इंडिया सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई. अब टीम इंडिया को सीरीज बराबर करने के लिए दूसरा टेस्ट मैच हर हाल में जीतना होगा.
पुणे के मैदान पर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच हार गई है.
टीम इंडिया ने पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में अब तक कुल दो टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से भारत ने एक जीता और एक हारा है। टीम इंडिया ने यहां अपना पहला टेस्ट मैच साल 2017 में खेला था. तब टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 333 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा था. तब ऑस्ट्रेलिया के स्टीव ओ'कीफ ने विस्फोटक गेंदबाजी करते हुए 12 विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया को मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई.
5 साल पहले एक टेस्ट मैच जीता था
इसके बाद टीम इंडिया ने यहां दूसरा टेस्ट मैच साल 2019 में खेला था, जब भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को पारी और 137 रनों से हराया था. तब भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 254 रनों की विस्फोटक पारी खेली और उसी की बदौलत टीम इंडिया मैच जीतने में सफल रही. भारतीय टीम ने 5 साल पहले यहां टेस्ट मैच जीता था.
केएल राहुल फ्लॉप रहे
भारतीय टीम भले ही पहला टेस्ट मैच हार गई हो, लेकिन टीम इंडिया के पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैच जिताने में सक्षम हैं. मैच हारने के बाद भारतीय कप्तान रोहित ने भी कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का पहला मैच हारने के बाद हमने लगातार चार टेस्ट मैच जीते। सरफराज खान ने पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाया और ऋषभ पंत ने उनका भरपूर साथ दिया। सरफराज ने 150 रन की पारी खेली जबकि पंत ने 99 रन बनाए. अब दूसरे टेस्ट में फैंस को एक बार फिर इन बल्लेबाजों से बड़ी पारी की उम्मीद होगी. पहले टेस्ट मैच में केएल राहुल बुरी तरह फ्लॉप रहे और उनके बल्ले से रन बनाना मुश्किल हो गया. उन्होंने पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में 12 रन बनाए. ऐसे में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जा सकता है.