Tata IPL 2022, चाइनीज कंपनी Vivo नहीं अब टाटा कंपनी होगी आईपीएल की टाइटल स्पांसर

Tata IPL 2022, चाइनीज कंपनी Vivo नहीं अब टाटा कंपनी होगी आईपीएल की टाइटल स्पांसर

वीवो अब इंडियन प्रीमियर लीग का टाइटल स्पांसर नहीं होगा। मंगलवार को गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में बीसीसीआई ने अगले टाइटल स्पांसर के रूप में टाटा का नाम लिया। आपको यहां बता दें कि वीवो कंपनी अपनी इच्छा से टाइटल स्पांसर से हटी है। आपको बता दें कि आईपीएल गवर्निंग कॉउंसिल की मीटिंग में बीसीसीआई ने टाटा के नाम को सामने रखा। यहां पहले सीजन से अब तक कौन कौन सी कंपनी टाइटल स्पांसर रही, उसकी जानकारी भी दी गई है। बीसीसीआई प्रायोजन से मिलने वाली राशि का 50 प्रतिशत अपने पास रखता हे और बाकी राशि आईपीएल फ्रेंचाइजी के बीच बांटता है जिनकी संख्या दो नई टीम के इस साल से जुड़ने के बाद अब 10 हो गई है।आईपीएल की शुरुआत साल 2008 में हुई, जिसमे राजस्थान रॉयल्स चैंपियन बनी थी। शुरुआत में आईपीएल का टाइटल स्पांसर DLF था। रियल स्टेट कंपनी ने 200 करोड़ में पांच सीजन के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप के राइट्स खरीदे थे।

डीएलएफ के बाद पेप्सिको ने अगले पांच सालों के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकारी खरीदे। कंपनी ने 397 करोड़ में अधिकार खरीदे थे, हालांकि कंपनी ने समय से पहले 2015 में डील खत्म कर दी थी। Vivo – 2015 से 17 तक बीसीसीआई ने वीवो को 200 करोड़ में टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार दिए। 2017 में वीवो ने टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार को रिटेन किया, और कॉन्ट्रैक्ट जारी रहा। 2017 में वीवो कंपनी ने अगले पांच सालों के लिए 2,199 करोड़ में टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार खरीदे थे।

वीवो ने 2018 से 2022 तक आईपीएल के प्रायोजन अधिकार 2200 करोड़ रूपये में खरीदे थे लेकिन गलवान घाटी में 2020 में भारत और चीन के बीच सैन्य टकराव के बाद वीवो ने एक साल का ब्रेक लिया था। उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में ड्रीम 11 टाइटल स्पांसर था।वीवो 2021 में फिर प्रायोजक बना हालांकि अटकलें लगाई जा रही थी कि वे उचित बोली लगाने वाले को अधिकार का हस्तांतरण करना चाहते हैं और बीसीसीआई ने इसका समर्थन किया।इससे पहले हमने आपको जानकारी दी थी कि आज आईपीएल गवर्निंग कॉउंसिल की मीटिंग होनी है, जिसमे कई बड़े फैसले लिए जाएंगे।

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