Ranji Trophy: क्यों टेस्ट में नहीं चल रहा बल्ला? शुभमन गिल ने मानी अपनी गलती, खुद बताई फ्लॉप होने की वजह

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल ने रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ शतक जड़ा है। यह शतक उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। वह तीन टेस्ट मैचों में केवल 93 रन ही बना सके। इसके बाद आलोचनाओं का सामना करते हुए गिल ने घरेलू क्रिकेट में वापसी की और शानदार पारी खेली। उन्होंने अब अपनी गलतियों को स्वीकार किया है और बताया है कि वह किस तरह की कमियों पर काम कर रहे हैं।
गिल ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में क्या कहा?
रणजी ट्रॉफी में पंजाब की ओर से खेलते हुए गिल ने कर्नाटक के खिलाफ 171 गेंदों पर 102 रन बनाए। इस पारी में 14 चौके और तीन छक्के शामिल थे। गिल ने कहा कि वह खुद पर बहुत ज्यादा दबाव डाल रहे थे, जिसके कारण वह बड़ी पारी नहीं खेल पा रहे थे। उन्होंने पीटीआई से बातचीत में कहा, 'लाल गेंद से बल्लेबाजी करना चिंता का विषय है।' अक्सर मुझे ऐसा लगता है कि मैंने जितने भी मैच खेले हैं उनमें मैंने 25-30 रन अच्छे बनाए हैं। मुझे लगता है कि कभी-कभी मैं अपने ऊपर इतना दबाव डाल लेता हूं कि मुझे बड़ा स्कोर करना पड़ता है। मैं इस तरह से क्रिकेट खेलते हुए बड़ा नहीं हुआ।
गिल ने आगे कहा कि वह एक खास विचार के साथ मैदान में उतरते हैं, लेकिन दबाव के कारण उनकी एकाग्रता खो जाती है। उन्होंने कहा, "मैं एक क्षेत्र में हूं।" मैं किसी विचार के साथ आगे बढ़ता हूं और कभी-कभी सोचता हूं कि मैं उस विचार को खो देता हूं, क्योंकि मैं अपने ऊपर बहुत अधिक दबाव डाल लेता हूं। मैं महत्वपूर्ण समय पर अपना ध्यान और एकाग्रता खो देता हूँ। मुझे लगता है कि यह आपको हमेशा मैच में बनाये रखता है।
ऑस्ट्रेलिया में 31 उच्चतम स्कोर
ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गिल का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। चोट के कारण वह पहले टेस्ट से बाहर हो गये। उनके पास बाकी तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका था, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके। उन्होंने तीन मैचों की पांच पारियों में 18.60 की औसत से कुल 93 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 31 रन था। चौथे टेस्ट में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।