Ranji Trophy: 4 मैच में 16 विकेट फिर भी फाइनल में नहीं मिली जगह, क्यों हो रही अर्जुन तेंदुलकर के साथ नाइंसाफी?

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। रणजी ट्रॉफी अब दो भागों में विभाजित है। एलीट और प्लेट मैच अब अलग-अलग होंगे। गोवा के अलावा प्लेट ग्रुप में अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, सिक्किम और मणिपुर की टीमें शामिल हैं। गोवा और नागालैंड की टीमें फाइनल में पहुंच गई हैं। यह खिताबी मुकाबला दीमापुर के नागालैंड क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में गोवा ने आश्चर्यजनक फैसला लेते हुए अर्जुन तेंदुलकर को बाहर कर दिया।
4 मैचों में 16 विकेट लिए
अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी प्लेट के ग्रुप मैचों में अच्छी गेंदबाजी की। सिर्फ 4 मैचों में उन्होंने 16 बल्लेबाजों को आउट किया। उनका औसत 18 और स्ट्राइक रेट 36 था। वह सबसे अधिक विकेट लेने वाले शीर्ष 10 गेंदबाजों में भी शामिल हैं। शीर्ष 10 में केवल एक गेंदबाज का स्ट्राइक रेट अर्जुन से बेहतर था। अरुणाचल के खिलाफ पिछले मैच में उन्होंने 25 रन देकर 5 विकेट लिये थे। यह अर्जुन का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।
सुरक्षित गेंद क्रिकेट में संघर्ष
अर्जुन तेंदुलकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में संघर्ष कर रहे थे। उन्हें दोनों टूर्नामेंटों में केवल 3-3 मैच खेलने का अवसर मिला। इस दौरान उन्होंने 5 विकेट लिए और उनमें से 3 विकेट एक ही मैच में लिए। करियर की बात करें तो अर्जुन ने अब तक 17 प्रथम श्रेणी मैचों में 27 विकेट, 18 लिस्ट ए मैचों में 25 विकेट और 24 टी20 मैचों में 27 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में भी शतक बनाया।
अब तक फाइनल में भी मुकाबला बराबरी का
रणजी ट्रॉफी प्लेट फाइनल में गोवा और नागालैंड के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। गोवा की टीम ने पहली पारी में 276 रन बनाए। जडेसन सुचित ने 4 विकेट लिए। नागालैंड ने भी कप्तान जोनाथन आर की 86 रन की पारी की मदद से 216 रन बनाए।