पाकिस्‍तान का पहला अश्‍वेत क्रिकेटर, साथियों पर लगाया वेश्‍याओं से संबंध रखने और ड्रग लेने का आरोप

पाकिस्‍तान का पहला अश्‍वेत क्रिकेटर, साथियों पर लगाया वेश्‍याओं से संबंध रखने और ड्रग लेने का आरोप

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। क्रिकेट की दुनिया में जब भी पाकिस्तान की चर्चा होती है तो विवादों का जिक्र भी उसी सांस में होता है. पाकिस्तान ने क्रिकेट जगत को कई शानदार और प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिए हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही विवादों के साये में भी खेल के शिखर तक पहुंचने में सफल रहे। इन विवादों के कारण ज्यादातर खिलाड़ियों को अपना करियर दांव पर लगाना पड़ा. उनमें से एक थे कासिम अली उमर. एक ऐसा क्रिकेटर जो अपनी लंबी और गेंदबाजों को थका देने वाली पारियों के कारण सुर्खियों में आया, लेकिन उसका बागी रवैया उसके करियर का अंत साबित हुआ.

आज कासिम उमर का जन्मदिन है. कासिम को क्रिकेट जगत में दो प्रमुख कारणों से जाना जाता है - पहला, वह पाकिस्तान क्रिकेट के पहले अश्वेत क्रिकेटर हैं; दूसरा- पाकिस्तानी क्रिकेट में डोपिंग और फिक्सिंग जैसी गतिविधियों पर बोलने वाले पहले क्रिकेटर। दूसरी वजह ने उन्हें पहचान तो दिलाई लेकिन इसके साथ ही उनका करियर भी ख़त्म हो गया और धीरे-धीरे उनकी पहचान ख़त्म होने लगी.

केन्या में जन्मे पहले टेस्ट क्रिकेटर, पाकिस्तान के पहले अश्वेत खिलाड़ी
कासिम उमर का जन्म 9 फरवरी 1957 को अफ्रीकी देश केन्या की राजधानी नैरोबी में हुआ था। उनकी मां केन्याई वंश की थीं, इसलिए कासिम के चेहरे पर अफ़्रीकी वंश का आभास था। हालाँकि, कुछ सालों के बाद कासिम का परिवार पाकिस्तान में बस गया और यहीं से कासिम ने क्रिकेट में हाथ आज़माना शुरू किया। अंडर-17 और अंडर-19 टीमों में आने और घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कई रन बनाने के बाद, कासिम को पाकिस्तान टीम में पदार्पण करने का मौका मिला। टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के साथ ही वह केन्या में जन्म लेने वाले पहले टेस्ट क्रिकेटर भी बन गये।

भारत के खिलाफ डेब्यू, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रन बनाए
कासिम के अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत भारत के खिलाफ हुई. 26 साल के कासिम 1983 में भारत दौरे पर आई पाकिस्तानी टीम में भी शामिल थे. उन्होंने हैदराबाद में पहले वनडे में डेब्यू किया, लेकिन सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद उन्हें किसी दूसरे मैच में मौका नहीं मिला. हालाँकि, उन्होंने उसी दौरे पर टेस्ट सीरीज़ के दूसरे टेस्ट में इस प्रारूप में पदार्पण भी किया। कासिम ने जालंधर में मैच में तीसरे नंबर पर सिर्फ 15 रन बनाए, लेकिन 75 गेंदों में 75 रन बनाकर दिखाया कि वह लंबे समय तक क्रीज पर टिके रह सकते हैं। बाद में यही कासिम की पहचान बन गई.

कासिम का पहला बड़ा प्रदर्शन लगभग डेढ़ महीने बाद ऑस्ट्रेलिया में हुआ, जहां उन्होंने डेनिस लिली के नेतृत्व वाले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ लगभग 5 घंटे के बाद 113 रनों की शानदार पारी खेली। इसके बाद भी कासिम ने कम रन लेकिन ज्यादा गेंदों से लंबी पारी खेली.

लंबी पारी खेलने की आदत, दो दोहरे शतकों का इनाम
उनका दूसरा बड़ा प्रदर्शन एक साल बाद भारत के खिलाफ आया। इस बार भारतीय टीम पाकिस्तान दौरे पर थी. कासिम ने फैसलाबाद में खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तानी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी खेली थी. मैच की पहली पारी में ही कासिम ने मुदस्सर नजर के साथ शानदार साझेदारी की थी. इस बीच कासिम ने करीब 11 घंटे (685 मिनट) तक बल्लेबाजी की और अपना पहला दोहरा शतक (210 रन) लगाया. यह मैच ड्रा रहा. ठीक एक साल बाद कासिम ने उसी मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ लंबी पारी खेली और एक और दोहरा शतक (206 रन) लगाया.

ड्रग्स, वेश्याएं, फिक्सिंग- इमरान की टीम पर सनसनीखेज आरोप
अपनी पारी से सुर्खियों में आए कासिम ने 1987 में क्रिकेट जगत को सबसे बड़ा झटका दिया था. पाकिस्तानी अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1986-87 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद कासिम ने कई पत्रकारों से बात की और कई सनसनीखेज आरोप लगाए। सबसे पहले कासिम ने कप्तान इमरान पर आरोप लगाया कि वनडे मैच में अर्धशतक लगाने के बावजूद इमरान ने ड्रेसिंग रूम में सबके सामने उनका अपमान किया. इसके बाद उन्होंने सबसे चौंकाने वाले खुलासे किये.

कासिम ने कहा कि पाकिस्तानी कप्तान समेत टीम के ज्यादातर खिलाड़ी ड्रग्स का सेवन करते हैं. कासिम ने दावा किया कि खिलाड़ी अक्सर अफ़ीम और चरस का सेवन करते हैं. कासिम ने यहां तक ​​कहा कि ये खिलाड़ी उन्हें अपने बैटिंग ग्लव्स में छिपाकर रखते हैं.

बात यहीं नहीं रुकी. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ी लड़कियों पर ज्यादा ध्यान देते हैं और अक्सर होटल के कमरों में वेश्याओं के साथ देखे जाते हैं.

आरोप अभी भी लंबित थे. कासिम ने दावा किया कि कई खिलाड़ियों को महंगी घड़ियों से लेकर सोने के पेन, शराब की बोतलें और हजारों डॉलर नकद मिले। बदले में ये खिलाड़ी मैच में आसानी से अपना विकेट खो देते थे. यानि कि मैच फिक्सिंग के जिस खुलासे ने क्रिकेट की दुनिया को कई साल बाद कलंकित किया, वो पहले से ही हो रहा था और उसका गढ़ पाकिस्तान था.

उसने खुद पैसे लेने की बात स्वीकार की
कासिम ने न सिर्फ अन्य खिलाड़ियों पर आरोप लगाया बल्कि यह भी स्वीकार किया कि पर्थ के एक बिजनेसमैन ने उन्हें अपना विकेट गंवाने के बदले पैसे दिए थे. कासिम ने दावा किया कि कारोबारी ने कहा था कि पैसे की कोई कमी नहीं होगी, बस अपना काम पूरा करना होगा.

खुद पर लगा बैन, 4 साल में खत्म हो गया करियर
कासिम के इन बयानों और आरोपों पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके विपरीत कासिम पर 7 वर्ष का प्रतिबन्ध लगा दिया गया। इसके साथ ही कासिम का करियर भी ख़त्म हो गया. अपने लगभग 4 साल के करियर में, कासिम ने 26 टेस्ट मैचों में 36 की औसत से 1502 रन बनाए, जिसमें 2 दोहरे शतक सहित 3 शतक शामिल थे। वहीं वनडे में कासिम ने 31 मैचों में 642 रन बनाए, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं.

Post a Comment

Tags

From around the web