पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारी पड़ा बांग्लादेश में पाकिस्तानी झंडा फहराना, सीरीज़ रद्द करने तक पहुंची बात

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारी पड़ा बांग्लादेश में पाकिस्तानी झंडा फहराना, सीरीज़ रद्द करने तक पहुंची बात

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। तीन मैचों की टी20 श्रृंखला और दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलने के लिए पाकिस्तान की क्रिकेट टीम बांग्लादेश के दौरे पर गई हुई है।  मीडिया रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान की इस हरकत के बाद क्रिकेट श्रृंखला रद्द होने की संभावना भी प्रबल हो गई है। हालांकि, पाकिस्तानी टीम का यह दौरा विवादों के घेरे में आ गया है। हुआ यह है कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने प्रैक्टिस सेशन के दौरान अपने देश के झंडे को बांग्लादेश के ग्राउंड में फहरा दिया, जिससे बांग्लादेशी क्रिकेट प्रेमी नाराज हो गए हैं।

इसी क्रम में बांग्लादेश दौरे पर भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस के लिए अपने झंडे के साथ मैदान में प्रवेश किया। हालांकि, बांग्लादेशी क्रिकेट प्रेमियों ने इसके जवाब में सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की जमकर आलोचना की और अपने क्रिकेट बोर्ड को सीरीज रद्द करने के लिए कहा। पाकिस्तान के नए कोच सकलेन मुश्ताक ने टी20 विश्वकप के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह तरीका अपनाया था कि खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन में भी अपने देश के झंडे के साथ ही जाते हैं। कई मैच अभ्यास करके खेले गए हैं। लेकिन किसी भी टीम को अपने राष्ट्रीय ध्वज को जमीन पर गाड़कर अभ्यास करने की जरूरत नहीं पड़ी थी। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि “अलग-अलग देश #बांग्लादेश में अनगिनत बार आए हैं, लेकिन #पाकिस्तान ने ऐसा क्यों किया…यह क्या दर्शाता है?”

कई अन्य यूजर ट्विटर पर गो बैक पाकिस्तान लिखकर अपना विरोध जता रहे हैं। एक अन्य यूजर ने पाकिस्तान से ICC के नियमों का पालन करने को कहा। इस दौरान बांग्ला भाषी हिंदूओं और मुसलमानों पर पाकिस्तानी सेना ने अनगिनत अत्याचार किए। यह सब उसी पाकिस्तानी झंडे के तले किया जा रहा था जिसे लेकर आज पाकिस्तानी क्रिकेट टीम मैदान में प्रैक्टिस करने उतर रही है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्ते कभी सामान्य नहीं रहे हैं। 1971 में बांग्लादेश के गठन से पहले यह क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा था। 

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारी पड़ा बांग्लादेश में पाकिस्तानी झंडा फहराना, सीरीज़ रद्द करने तक पहुंची बात

यह पाकिस्तान के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि किसी भी देश की क्रिकेट टीम, सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान का दौरा नहीं करना चाहती और जब पाकिस्तान की टीम किसी देश का दौरा करती है तो लोग उसका भी विरोध करने लगते हैं। पहले ही ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड जैसे देश पाकिस्तान के साथ सीरीज नहीं खेलना चाहते और अगर बांग्लादेश जैसे देश भी खेलने से मना करेंगे तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास चने खाने के पैसे भी नहीं बचेंगे। हालांकि, यह मानने का कोई ठोस कारण नहीं है कि पाकिस्तान द्वारा अपने राष्ट्रीय झंडे का प्रयोग बांग्लादेश में हुए नरसंहार की याद ताजा करने के लिए किया गया था लेकिन पाकिस्तान के चरित्र के कारण बांग्लादेशियों को उस नरसंहार की याद आ गई। 

पाकिस्तान की राष्ट्रीय नीति, सामरिक नीति, अफ़गानिस्तान एवं बांग्लादेश आदि देशों के साथ उनके खराब संबंध, वैश्विक आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का समर्पण आदि ने पाकिस्तान की छवि विश्व में आतंकवाद और अमानवीयता के प्रबल समर्थक की बना दी है, जो कि वास्तविकता भी है। पाकिस्तान के पाप इतने अधिक हैं कि उनकी सामान्य बातें भी लोगों को उत्तेजित और उग्र कर देती हैं। पाकिस्तान की यह छवि उसके व्यापार, सांस्कृतिक गतिविधियों, खेल सभी को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही है।

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