रोहित ही नहीं, भारत के इस पूर्व खिलाड़ी को भी कप्तान रहते निकाला गया था बाहर, पानी पिलाते पिलाते ले लिया था सन्यास
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया है। रोहित की जगह जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की कमान संभाली है। टॉस के समय बुमराह ने कहा कि हमारे कप्तान ने खुद अपना नाम वापस ले लिया था और उन्हें ब्रेक दिया गया था, लेकिन सच तो यह है कि टीम प्रबंधन नहीं चाहता था कि रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट मैच खेलें। क्योंकि रोहित शर्मा इस पूरी सीरीज में बल्लेबाजी में फ्लॉप रहे। इस प्रकार कप्तान होने के बावजूद रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया।
हालाँकि, ऐसा बहुत कम होता है कि कोई खिलाड़ी, कप्तान के रूप में, अंतिम एकादश से बाहर रहे। भारतीय क्रिकेट में यह दूसरी बार है जब किसी कप्तान के साथ ऐसा किया गया है। रोहित शर्मा से पहले भारत के पूर्व कप्तान एस वेंकटराघवन के साथ भी ऐसा हुआ था, जब उन्हें खराब प्रदर्शन के कारण प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था।
वेंकटराघवन को पानी देने के लिए मजबूर किया गया
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपनी स्पिन गेंदबाजी से 1390 विकेट लेने वाले एस वेंकटराघवन को वर्ष 1974-75 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था। वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर थी। सीरीज के दूसरे मैच में वेंकटराघवन को कप्तानी सौंपी गई, लेकिन इस मैच में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। वह मैच में सिर्फ 1 विकेट ही ले सके, जिसके कारण भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा।
इस घटना के बाद वेंकटराघवन को टीम के कप्तान पद से हटा दिया गया और अगले तीन मैचों में उन्हें 12वें खिलाड़ी के रूप में खेलने को मजबूर होना पड़ा। ये वही वेंकटराघवन हैं जिन्होंने पहले विश्व कप में भारत की कप्तानी की थी। वेंकटराघवन ने 5 टेस्ट और 7 एकदिवसीय मैचों में भारत का नेतृत्व किया।
वेंकटराघवन का भारत के लिए करियर कैसा रहा?
एस वेंकटराघवन ने भारत के लिए 57 टेस्ट और 15 एकदिवसीय मैच खेले। वेंकटराघवन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 156 विकेट हैं, जबकि वनडे में वह सिर्फ 5 विकेट ही ले पाए हैं। हालाँकि घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन दमदार रहा। एस वेंकटराघवन क्रिकेटर होने के अलावा लंबे समय तक अंपायर भी रहे हैं।