'जिंदगी दांव पर थी,खनू से था लथपथ', 'भारत के बेटे' ने शतक ठोक किया धमाकेदार कमबैक, भारत को भी दे दी चेतावनी

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान दौरे पर गए रचिन रवींद्र जब चोटिल हो गए तो ऐसा लगा जैसे उनका करियर खत्म हो गया है। कैच लेते समय रचिन गेंद का सही अनुमान नहीं लगा पाए और उनके चेहरे पर चोट लग गई। जैसे ही गेंद लगी, खून बहने लगा। ऐसा लगा जैसे जीवन खतरे में है। रचिन रविंद्र को मैदान से बाहर कर दिया गया, लेकिन अच्छी बात यह रही कि कुछ ही दिनों में रचिन पूरी तरह से ठीक हो गए और चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ मैदान पर उतरे।
रचिन ने चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के लिए वापसी करके धूम मचा दी। रावलपिंडी में खेले गए मैच में रचिन ने शानदार शतक लगाया। यह रचिन का एकदिवसीय क्रिकेट में चौथा शतक था। अपना शतक पूरा करने के लिए रचिन ने 95 गेंदों का सामना किया जिसमें 11 चौके और 1 छक्का लगाया।
रचिन के सभी चार शतक आईसीसी प्रतियोगिताओं में बनाए गए हैं।
रचिन रवींद्र की शतकीय पारी की सबसे खास बात यह रही कि उनका चौथा शतक भी आईसीसी इवेंट में आया। यह रचिन रविन्द्र का चैम्पियंस ट्रॉफी में पहला मैच था। इससे पहले रचिन रवींद्र ने भी 2023 वनडे विश्व कप के अपने डेब्यू मैच की शुरुआत शतक के साथ की थी। इस शतक के साथ रचिन ने बांग्लादेश को जीत दिलाई।
मैच में न्यूजीलैंड को 237 रनों का लक्ष्य दिया गया था।
बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 237 रनों का लक्ष्य दिया गया था। मैच में बांग्लादेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी की। बांग्लादेश की ओर से बल्लेबाजी में नजमुल हसन शांतो ने दमदार प्रदर्शन किया। हालांकि, वह 77 रन की पारी खेलकर आउट हो गए। शान्तो के अलावा कोई और खिलाड़ी फॉर्म में नहीं था जिसके कारण टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी।