IND vs ENG: टीम इंडिया के लिए आसान नहीं होगा सीरीज जीतना, पुणे में अंग्रेज कर सकते है बडा धमाका

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। अंग्रेजों ने टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। भारतीय टीम ने पहले दो मैच शानदार तरीके से जीते, लेकिन तीसरे मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, कप्तान सूर्यकुमार यादव ने तीसरे मैच में भी टॉस जीता और इस बार भी गेंदबाजी का फैसला किया। भारत के सामने कोई बड़ा लक्ष्य नहीं था, फिर भी भारतीय टीम की बल्लेबाजी बुरी तरह विफल रही। अब चौथा मैच पुणे में खेला जाएगा। लेकिन पुणे में जीतना इतना आसान नहीं होगा। अब तक के आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं।
पुणे में अब तक चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए हैं।
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के पुणे स्टेडियम में अब तक केवल चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए हैं। इनमें से टीम इंडिया ने दो मैच जीते हैं और दो में हार का सामना करना पड़ा है। यहां पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच 2012 में आयोजित किया गया था। उस समय भारतीय टीम का मुकाबला इंग्लैंड से था। भारत ने यह मैच पांच विकेट से जीत लिया। लेकिन वर्ष 2016 में जब भारत और श्रीलंका के बीच यहां मैच हुआ तो भारतीय टीम पांच विकेट से हार गई थी। साल 2020 में भारत और श्रीलंका के बीच फिर से मुकाबला हुआ, जिसमें भारत ने 78 रनों से जीत हासिल की, लेकिन साल 2023 में श्रीलंकाई टीम भारत को 16 रनों से हरा देगी।
पुणे क्रिकेट स्टेडियम भारत के लिए बहुत भाग्यशाली नहीं है।
पुणे का मैदान भारत के लिए भाग्यशाली नहीं कहा जा सकता। हालाँकि, जीत और हार का प्रतिशत 50% है। भारतीय टीम ने यहां इंग्लैंड के साथ मैच खेला है और भारतीय टीम उस मैच में जीत दर्ज कर चुकी है, यह उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह भी ध्यान में रखना होगा कि इंग्लैंड की टीम एक मैच में जीत का स्वाद चख चुकी है, ऐसे में टीम और अधिक खतरनाक हो जाती है। इसका मतलब यह है कि टीम इंडिया के लिए आगे की राह उतनी आसान नहीं होगी, जितनी मानी जा रही है।
भारतीय टीम ने सीरीज जीतने का सुनहरा मौका गंवा दिया
टीम इंडिया के पास तीसरा मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करने का सुनहरा मौका था और तब दो मैच और बचते, जिनके लिए अलग रणनीति बनाई जाती। तीसरे मैच में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 171 रन ही बना सकी। इसका मतलब है कि भारत को जीत के लिए 172 रन चाहिए थे। लेकिन टीम इंडिया इस छोटे लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर सकी और सिर्फ 145 रन ही बना सकी। इंग्लैंड यह मैच 26 रन से जीतकर लौटा। अब चौथा मैच अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।