अगर BCCI ने किया ये बड़ा ऐलान तो बर्बाद हो जाएगा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, भारत सरकार के फैसले का है इंतजार

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं। बीसीसीआई इस पूरे मामले पर कड़ी नजर रखे हुए है। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा है कि बोर्ड सरकार की सलाह का पालन करेगा लेकिन फिलहाल आईसीसी और एसीसी प्रतियोगिताओं में भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
आपको बता दें कि सभी की निगाहें एशिया कप और महिला वनडे विश्व कप में खेल रहे दोनों देशों पर टिकी हैं। मीडिया अधिकारों के संबंध में भी ए.सी.सी. की अपनी योजनाएँ हैं। यही कारण है कि राजनीतिक तनाव के बीच क्रिकेट कूटनीति का भविष्य अनिश्चित हो गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है। कई लोगों का कहना है कि बीसीसीआई ने आईसीसी से अपील की है कि भविष्य में होने वाले बड़े टूर्नामेंटों में भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में न रखा जाए। आपको बता दें कि किसी भी बड़े इवेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच से क्रिकेट बोर्ड को काफी फायदा होता है। ऐसे में अगर ये दोनों टीमें एक ही ग्रुप में नहीं होंगी और मैच नहीं होगा तो बड़ा नुकसान हो सकता है।
बीसीसीआई सरकार की सलाह पर काम करेगा
हालांकि, राजीव शुक्ला ने भारत और पाकिस्तान को एक ही समूह में न रखने को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि बोर्ड इस मामले में सरकार की सलाह का पालन करेगा। इसका साफ मतलब है कि सरकार जो भी फैसला लेगी, बीसीसीआई भी वही करेगा। 'क्रिकबज' की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि उन्हें भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में नहीं रखे जाने की कोई जानकारी नहीं है। इसका मतलब यह है कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा जाएगा या नहीं।
अगर हम आईसीसी इवेंट्स की बात करें तो फिलहाल कोई बड़ा टूर्नामेंट निर्धारित नहीं है। महिला एकदिवसीय विश्व कप इस वर्ष के अंत में आयोजित किया जाना है। पाकिस्तान इसके लिए योग्य हो गया है। आठ टीमों का यह टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला जाएगा, जिसमें कोई ग्रुप नहीं होगा। इसका मतलब यह है कि सभी टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगी। पूर्व-निर्धारित योजना के अनुसार, पाकिस्तान के मैच तटस्थ स्थानों पर आयोजित किये जायेंगे। चूंकि भारत इस टूर्नामेंट का मेजबान है, इसलिए बीसीसीआई को स्थल का निर्णय करना होगा। लेकिन इसके लिए अभी भी काफी समय है।