चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी कर ‘कंगाल’ पाकिस्तान कैसे हो गया मालामाल, चौंकाने वाले आंकडे़ देख सब हैरान

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। इस वर्ष चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान ने की, जो 29 वर्षों में देश में पहला आईसीसी टूर्नामेंट था। यह टूर्नामेंट पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के लिए आर्थिक रूप से सफल रहा। बोर्ड ने दावा किया है कि उसने टूर्नामेंट के आयोजन से 92 करोड़ रुपये (300 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) का मुनाफा कमाया है। बोर्ड ने यह जानकारी नेशनल असेंबली को सौंपे गए लिखित जवाब में दी, जहां उससे टूर्नामेंट से प्राप्त बजट और राजस्व के बारे में जवाब मांगा गया था।
पीसीबी ने भारी मुनाफा कमाया
पीसीबी ने कहा कि उसने 29 वर्षों में अपने पहले आईसीसी टूर्नामेंट के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। 552 करोड़ (1,800 करोड़ पाकिस्तानी रुपए) का बजट आवंटित किया गया है। शुरुआत में कहा गया था कि पीसीबी को 739 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है। बोर्ड ने इन दावों का पुरजोर खंडन किया है और अब दावा किया है कि उन्होंने अपनी अपेक्षा से अधिक लाभ कमाया है। शुरुआत में पीसीबी को लगभग 61 करोड़ रुपये (पीकेआर 200 करोड़) का लाभ होने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने उससे कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। बोर्ड ने आगे कहा कि ये अंतिम आंकड़े नहीं हैं।
पाकिस्तान पहले ही दौर में बाहर हो गया।
पाकिस्तान को उम्मीद थी कि चूंकि वह इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है, इसलिए वह टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेगा। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ और टीम ग्रुप चरण में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इसके साथ ही टीम के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया। 2009 के बाद यह पहली बार था कि मेजबान देश चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप चरण से बाहर हो गया। 2009 में, दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में केवल एक जीत और दो हार के बाद नॉकआउट चरण के लिए अर्हता प्राप्त करने में असफल रहा।