जसप्रीत बुमराह पर अचानक आया हार्दिक पंड्या का नाम, शुभमन गिल को भी लगेगा झटका? टेस्ट कप्तानी पर दिग्गज के बयान ने चौंकाया

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय क्रिकेट टीम में टेस्ट कप्तानी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। कई नाम सामने आ रहे हैं, जिनमें जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल प्रमुख हैं। रोहित शर्मा के कप्तानी छोड़ने के बाद बुमराह स्वाभाविक पसंद लग रहे थे लेकिन कुछ का मानना है कि गिल बेहतर विकल्प हैं। इसका कारण बुमराह का कार्यभार और चोटें हैं। पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने भी अपनी राय दी है। उनका मानना है कि बुमराह को कप्तानी का मौका नहीं मिल रहा है, क्योंकि हार्दिक पांड्या को फिटनेस के कारण टी20 की कप्तानी नहीं दी गई।
बांगर ने केएल राहुल को भी अच्छा विकल्प बताया है। उनका कहना है कि राहुल एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और पहले भी टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। संजय बांगड़ ने टेस्ट कप्तानी पर अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि बुमराह टेस्ट कप्तानी के लिए नंबर-1 उम्मीदवार नहीं हो सकते क्योंकि उनकी फिटनेस एक मुद्दा है। हार्दिक पांड्या के साथ भी यही कारण था, जब सूर्यकुमार यादव को टी-20 कप्तान बनाया गया था। बांगड़ ने कहा कि जो मापदंड हार्दिक पांड्या के लिए अपनाए गए थे, वही जसप्रीत बुमराह के लिए भी अपनाए जा रहे हैं।
जसप्रीत बुमराह अपने पदार्पण के बाद से ही क्रिकेट जगत पर राज कर रहे हैं। बल्लेबाजी में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों का दबदबा होने के बावजूद उनका क्रेज चरम पर है। वह एक मैच विजेता गेंदबाज हैं और यही बात उन्हें विराट कोहली और रोहित शर्मा के समान प्रसिद्ध बनाती है।
उन्होंने आगे कहा कि जब सूर्यकुमार को टी20 कप्तान बनाया गया तो तर्क दिया गया कि हार्दिक को फिटनेस की समस्या है। यह हमेशा उपलब्ध नहीं रहेगा. इसलिए, हम ऐसे खिलाड़ी की तलाश में हैं जो हमेशा अंतिम एकादश में रहेगा। इसी वजह से सूर्या को टी20 की कप्तानी मिली। अगर हम टेस्ट कप्तानी के लिए भी यही सोच अपनाएंगे तो जसप्रीत को मौका नहीं मिलेगा।
ऐसा लगता है कि गिल ने टेस्ट कप्तानी की दौड़ जीत ली है। उन्हें रोहित के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन बांगड़ ने बीसीसीआई से जल्दबाजी में कोई निर्णय न लेने की अपील की है। उन्होंने केएल राहुल से भी इस पद पर विचार करने को कहा है। बांगड़ का मानना है कि राहुल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। बांगड़ ने कहा- वह एक अनुभवी टेस्ट खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारत के लिए शीर्ष क्रम में कई महत्वपूर्ण रन बनाए हैं। उनके अधिकांश शतक या बड़े स्कोर विदेशी मैचों में आए हैं। इसलिए उनकी योग्यता पर कोई सवाल नहीं है। वह भी युवा है. जब आप डब्ल्यूटीसी सीज़न को देखते हैं, तो यह दो साल की अवधि होती है। मुझे लगता है कि राहुल अब 31 या 32 साल का है। वह पूरा चक्र खेल सकता है। टेस्ट कप्तानी का फैसला भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। यह लेख उन लोगों के लिए है जो भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में जानना चाहते हैं। यह उन लोगों के लिए भी है जो टेस्ट कप्तानी के बारे में सीखना चाहते हैं। यह लेख सरल भाषा में लिखा गया है ताकि हर कोई इसे समझ सके।