Champions Trophy: कीपर पर क्यों मचा है बवाल, सिलेक्शन से पहले चयनकर्ताओं के सामने कई बडे सवाल

Champions Trophy: कीपर पर क्यों मचा है बवाल, सिलेक्शन से पहले चयनकर्ताओं के सामने कई बडे सवाल

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता और टीम प्रबंधन अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इस सप्ताहांत टीम का चयन करने जा रहे हैं। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा होगी। जैसे स्पिन आक्रमण का संतुलन, दो विकेटकीपरों का चयन और मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर नजर रखना। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज के लिए भी टीमों का चयन किया जाएगा। चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने वाले खिलाड़ी तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में सीधे भाग लेंगे।

राहुल की फिटनेस समस्या
चयनकर्ताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती निचले मध्यक्रम में एक विकेटकीपर और एक स्पिनर को चुनना है जो अच्छी बल्लेबाजी भी कर सके। ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में केएल राहुल वनडे में पसंदीदा विकेटकीपर बन गए। लेकिन राहुल की विकेटकीपिंग फिटनेस चिंता का विषय बन गई। उनकी हैमस्ट्रिंग की समस्या विकेटकीपिंग का भार नहीं उठा पा रही थी। दिलचस्प बात यह है कि पंत ने पिछले साल अगस्त में श्रीलंका में खेले गए आखिरी वनडे में उनकी जगह ली थी।

सूत्रों का कहना है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के कारण पंत मध्यक्रम में विविधता प्रदान करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगर राहुल विकेटकीपिंग नहीं करते हैं तो क्या चयनकर्ता उन्हें टीम में रखेंगे। सूत्रों ने यह भी कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए फिट रहने के लिए राहुल को आराम दिया जा सकता है।

Champions Trophy: कीपर पर क्यों मचा है बवाल, सिलेक्शन से पहले चयनकर्ताओं के सामने कई बडे सवाल

सैमसन ने आखिरी वनडे में शतक बनाया था।
इस फैसले से मध्यक्रम में संजू सैमसन और श्रेयस अय्यर की संभावना प्रभावित होगी। सैमसन ने दिसंबर 2023 में दक्षिण अफ्रीका में भारत के लिए अपने आखिरी वनडे में शतक बनाया। लेकिन यह पारी तीसरे ओवर में आई जब रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल के नियमित शीर्ष क्रम को श्रृंखला के लिए आराम दिया गया था। माना जा रहा है कि कोच गौतम गंभीर सैमसन को काफी पसंद करते हैं और उन्हें टी-20 के अलावा अन्य प्रारूपों में भी इस्तेमाल करना चाहते हैं।

चयनकर्ता यशस्वी जायसवाल को वनडे टीम में शामिल करने के इच्छुक हैं। इसलिए, रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में सैमसन या जायसवाल को चुनने का सवाल हो सकता है।

स्पिन गेंदबाजी के भी कई विकल्प
दुबई की पिचों के लिए स्पिन आक्रमण चुनना आसान नहीं होगा। टीम प्रबंधन निचले क्रम में बल्लेबाजी को मजबूत करना चाहता है। यहीं पर रवींद्र जडेजा की क्षमताओं का मूल्यांकन किया जाएगा। अक्षर पटेल अधिक सुसंगत स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर रहे हैं। गंभीर वाशिंगटन सुंदर की ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी में निरंतरता पर अधिक ध्यान देना चाहते हैं।

कुलदीप यादव की फिटनेस भी एक महत्वपूर्ण कारक होगी। पता चला है कि वह अपनी बायीं पीठ की चोट से उबर रहे हैं और उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में गेंदबाजी शुरू कर दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगर वह घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं तो क्या चयनकर्ता उन्हें सीधे चैंपियंस ट्रॉफी में लेने के लिए तैयार होंगे।

चयनकर्ता विजय हजारे ट्रॉफी में रवि बिश्नोई के साथ-साथ वरुण चक्रवर्ती की प्रगति पर भी नजर रख रहे हैं। चक्रवर्ती की क्षेत्ररक्षण क्षमता और 50 ओवर से अधिक सीमित बल्लेबाजी क्षमता के कारण उनकी संभावनाएं सीमित हो सकती हैं।

बुमराह और शमी की फिटनेस पर एक नजर
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर भी कुछ चिंताएं हैं। बीसीसीआई ने बुमराह की चोट की प्रकृति का खुलासा नहीं करने का फैसला किया है, जबकि शमी विजय हजारे ट्रॉफी में खेल रहे हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी करते समय बार-बार घुटने में सूजन की शिकायत की है। पिछले एकदिवसीय विश्व कप के बाद से टखने की चोट के कारण वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं, जिससे उन्हें इस मामले में सफलता मिली है। ऐसा लगता है कि अर्शदीप सिंह दुबई जाने वाले एकमात्र निश्चित तेज गेंदबाज हैं। मुकेश कुमार, हर्षित राणा और प्रसीद कृष्णा सभी गंतव्य तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

चयनकर्ता टी-20 श्रृंखला के लिए एक अलग टीम का चयन करेंगे। नवंबर में दक्षिण अफ्रीका में होने वाली टी-20 टीम में बहुत कम बदलाव किए जाने की उम्मीद है। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुने गए खिलाड़ी सीधे इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में खेलेंगे। यह चयन प्रक्रिया बहुत रोमांचक होने वाली है, क्योंकि कई कारक चयनकर्ताओं के निर्णय को प्रभावित करेंगे।

Post a Comment

Tags

From around the web