बीसीसीआई ने किसी खिलाड़ी को सलाह नहीं दी कि क्‍या खाना है और क्‍या नहीं" कोषाध्‍यक्ष ने दी सफाई

बीसीसीआई ने किसी खिलाड़ी को सलाह नहीं दी कि क्‍या खाना है और क्‍या नहीं" कोषाध्‍यक्ष ने दी सफाई

क्रिकेट न्यूज डेस्क, जयपुर।।  भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के कोषाध्‍यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि अपने अनुबंधित खिलाड़‍ियों के खाने की पसंद तय करने में बोर्ड की कोई भूमिका नहीं है। धूमल ने साथ ही कहा कि खिलाड़‍ियों को आजादी है कि वो क्‍या खाना चाहते हैं और क्‍या नहीं। धूमल ने उन रिपोर्ट्स में किए दावों को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि न्‍यूजीलैंड के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज से पहले राष्‍ट्रीय टीम के खिलाड़‍ियों का नया डाइट प्‍लान बोर्ड ने तैयार किया है। अरुण धूमल ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि बीसीसीआई द्वारा खिलाड़‍ियों को डाइट प्‍लान के कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं और इस बारे में शीर्ष अधिकारियों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। हाल ही में खबर आई थी कि भारतीय टीम प्रबंधन ने कानपुर टेस्‍ट के लिए डाइट प्‍लान तैयार किया है, जिसमें खिलाड़‍ियों को हलाल मीट खाने की सलाह दी गई जबकि पोर्क और बीफ से दूरी बनाने के लिए कहा गया। तब यह सवाल खड़े हुए कि कैसे टीम प्रबंधन खिलाड़‍ियों को अपनी पसंद का खाना खाने से रोक सकता है।

बीसीसीआई की कोई भूमिका नहीं: अरुण धूमल अरुण धूमल ने कहा, 'डाइट प्‍लान के बारे में कभी कोई बातचीत नहीं हुई और खिलाड़‍ियों पर कोई जोर नहीं दिया गया है। मुझे नहीं पता कि कब यह फैसला लिया गया या फिर ऐसा कोई फैसला लिया भी गया है या नहीं। जहां तक मुझे पता है, हमने डाइट प्‍लान से संबंधित कोई दिशा-निर्देश लागू नहीं किए है। जहां तक खाने की आदत की बात है तो यह खिलाड़‍ियों की व्‍यक्तिगत पसंद है। बीसीसीआई की इसमें कोई भूमिका नहीं है। उन्‍होंने आगे कहा, 'यह हलाल चीज हो सकता है कि किसी समय खिलाड़ी के फीडबैक के कारण हुई हो। उदाहरण के लिए अगर कोई खिलाड़ी कहे कि वो बीफ नहीं खाता या कोई विदेशी टीम आए तो खाना मिक्‍स नहीं होता। यह हलाल का मामला कभी बीसीसीआई का ध्‍यान आकर्षित नहीं कर सका है।'

अरुण धूमल ने कहा, 'बीसीसीआई ने अपने किसी खिलाड़ी को सलाह नहीं दी कि उसे क्‍या खाना है और क्‍या नहीं। खिलाड़ी अपनी पसंद का खाना चुनने के लिए आजाद हैं। अगर वो वेज खाना चाहते हैं तो उनकी पसंद या वो वेगन रहना चाहते हैं तो भी उनकी पसंद। या फिर वो नॉन वेज खाना चाहे, यह उन पर निर्भर है।' ध्‍यान दिला दें कि हर बार भारतीय टीम विदेशी दौरे पर जाती है तो डाइट प्‍लान शेयर होता है। अधिकांश समय प्रमुख प्रतियोगिताओं में भी, मेनू में हलाल मीट के दिशा-निर्देश होते हैं। यह समझा जा सकता है कि न्‍यूजीलैंड के खिलाफ घोषित भारतीय टीम में मुस्लिम खिलाड़ी भी है। भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच पहला टेस्‍ट 25 नवंबर से कानपुर में शुरू होगा।

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