कोहली-रोहित के बिना ही एशिया कप जीतेगी टीम इंडिया, मिला खुला ‘चैलेंज’

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। पहले नेपाल को हराना, फिर सुपर-4 में पाकिस्तान को हराना और फिर श्रीलंका के खिलाफ ताकत दिखाना... एशिया कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन दमदार रहा है. टीम बिना एक भी मैच हारे फाइनल में पहुंच गई है और सुपर-4 में उसे अभी भी एक लीग मैच खेलना बाकी है. टीम इंडिया के सभी बड़े खिलाड़ियों ने एशिया कप में खुद को साबित किया है, लेकिन इस टीम में कुछ खास देखने को मिला है जिसकी कमी लंबे समय से देखने को मिल रही है. भारत की मजबूत गेंदबाजी की चर्चा. वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया के पास कई अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन स्कोर बचाने में वे कमजोर नजर आए लेकिन एशिया कप के सुपर-4 राउंड के मुकाबलों में यह कमजोरी ताकत बन गई। गेंदबाजों ने ऐसा प्रदर्शन किया है कि कहा जा सकता है कि अब टीम इंडिया विराट-रोहित के बिना भी एशिया की चैंपियन बन सकती है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज का क्रिकेट बल्लेबाजों के प्रति काफी हद तक पक्षपाती नजर आता है। ऐसे कई नियम हैं जिनसे बल्लेबाजों को ज्यादा फायदा होता है. ऐसे में जिस टीम की गेंदबाजी मजबूत होती है वह हमेशा विरोधियों पर जीत हासिल करती है. एशिया कप में टीम इंडिया के साथ भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है. भले ही एशिया कप से पहले पाकिस्तानी गेंदबाजों की काफी चर्चा हो रही हो, लेकिन जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों ने अपना दमखम दिखाया है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि भारतीय गेंदबाजी इकाई सर्वश्रेष्ठ है.
हर स्कोर का बचाव करेगी टीम इंडिया!
एशिया कप के सुपर-4 राउंड में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 128 रनों से हरा दिया. जब मैन इन ब्लू ने श्रीलंका को 172 रन पर आउट कर दिया. यानी दोनों मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने विरोधी बल्लेबाजों को 200 के स्कोर तक भी नहीं पहुंचने दिया. पहले मैच में जहां बुमराह और कुलदीप यादव की स्पिन का जलवा देखने को मिला, वहीं दूसरे मैच में वही गेंदबाज एक बार फिर अपना जादू दिखाते नजर आए.
बूमराह के आने से बदल गया सब कुछ!
अब सवाल ये है कि टीम इंडिया में अचानक ये बदलाव कैसे आया? भारतीय टीम की गेंदबाजी में ये मजबूती बुमराह के आने से है. इस खिलाड़ी ने नई गेंद से इतना शानदार प्रदर्शन किया है कि सारा दबाव विपक्षी बल्लेबाजों पर आ गया है. बुमराह के दबाव के कारण ही कुलदीप यादव समेत अन्य भारतीय गेंदबाजों को विकेट लेने का मौका मिल रहा है. आपको बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में बुमराह ने 5 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर 1 विकेट लिया था. श्रीलंका के खिलाफ भी उन्होंने 7 ओवर में महज 30 रन देकर दो विकेट लिए.
कुलदीप नहीं रुकते
जहां एक तरफ बुमराह दबाव बना रहे हैं तो वहीं चाइनामैन कुलदीप यादव एक के बाद एक विकेट ले रहे हैं. कुलदीप यादव ने अकेले ही पाकिस्तान की आधी टीम का सफाया कर दिया. श्रीलंका के खिलाफ भी ये खिलाड़ी 4 बल्लेबाजों को आउट करने में कामयाब रहा. वहीं हार्दिक पंड्या, रवींद्र जड़ेजा, शार्दुल ठाकुर ने भी मौका मिलने पर टीम को सफलता दिलाई है. साफ है कि भारत की पूरी बॉलिंग लाइनअप फॉर्म में है और अगर टीम इंडिया की बैटिंग फ्लॉप भी हो जाए तो भी ये टीम विपक्षी टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर सकती है.