आखिर क्यों, विराट कोहली के इस वीडियो पर मच रहा हैं बवाल, जानकर चौंक जाएंगे आप

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। टीम इंडिया की रन मशीन विराट कोहली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. हाल ही में ये वीडियो सामने आया है जिसमें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान स्टेडियम के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं. हालांकि, वीडियो जारी होने के बाद अब मामला कोर्ट तक पहुंच गया है. इस वीडियो के सामने आने के बाद उत्तराखंड हाई कोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया है. कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.
क्या है विराट कोहली के वीडियो में?
विराट कोहली के ताजा वीडियो में उन्होंने स्टेडियम की खराब हालत के बारे में बात की है. वीडियो में कोहली को देश में बच्चों के लिए खेल मैदानों की कमी के बारे में बात करते देखा जा सकता है। उनका कहना है कि बच्चों के खेलने के लिए जगह की कमी है जिसके कारण उन्हें सड़कों पर खेलना पड़ता है और इस दौरान उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बच्चों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने उनके लिए खेल के मैदानों की कमी और क्षेत्र की वास्तविकता के बारे में बात की। उनके इस वीडियो पर उत्तराखंड हाई कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से दो हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है. मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने मामले में उत्तराखंड के खेल सचिव और शहरी विकास सचिव, भारत सरकार और युवा मामले और खेल सचिव और अन्य को नोटिस जारी किए। कोर्ट ने सरकारों से पूछा कि बच्चों के लिए खेल के मैदान तैयार करने के लिए क्या नीतियां लागू की गई हैं. कोर्ट अब इस मामले की सुनवाई 9 अक्टूबर को करेगी.
कोहली के वीडियो पर कोर्ट ने क्या कहा?
विराट कोहली के वीडियो पर हाईकोर्ट ने कहा कि कई जगहों पर बच्चों को खेलने के लिए मैदान नहीं मिल रहा है. इससे पहले कुछ बच्चों ने भी चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि गली में क्रिकेट खेलने के दौरान वहां रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उनकी शांति भंग हो गयी है.
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि शारीरिक रूप से सक्रिय रहने पर बच्चों का मानसिक विकास तेजी से होता है. वहीं, जब उन्हें फिटनेस बनाए रखने की सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं तो वे अपना समय कंप्यूटर, फोन और लैपटॉप पर बिताते हैं। ऐसी स्थिति में उनका शारीरिक और मानसिक विकास कम हो जाता है। इस संबंध में कोर्ट ने कहा है कि बच्चों के विकास के लिए खेल के मैदान जरूरी हैं. साथ ही सरकारों से खेल के मैदानों से जुड़ी नीतियां भी बताने को कहा है. कोर्ट ने 'खेलो इंडिया' कार्यक्रम के तहत चलने वाली योजनाओं पर भी सवाल उठाया, जो बच्चों के लिए खेल के मैदान मुहैया कराती है.