'इज्जत करना सीखो' टेस्ट से रिटायर होते ही रोहित शर्मा ने इन लोगों को लिया आडे हाथ, सुना दी ऐसी बातें

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है और रिटायर होते ही उन्होंने उन लोगों पर निशाना साधा है जो उनके खिलाफ एजेंडा चला रहे थे। रोहित का मानना है कि भारत में कुछ लोगों ने कमेंट्री के दौरान जानबूझकर ऐसी बातें कहीं जिससे उनकी छवि खराब हो। रोहित शर्मा ने कहा कि कुछ लोग खेल में मसाला डालने की कोशिश करते हैं। सिर्फ इसलिए कि उन्हें बोलने का अधिकार है, इसका मतलब यह नहीं है कि वे कुछ भी कह सकते हैं। रोहित ने उन्हें खिलाड़ियों का सम्मान करने की सलाह दी।
रोहित ने संन्यास लेने के बाद क्या कहा?
रोहित शर्मा ने खेल पत्रकार विमल कुमार से बातचीत में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा, 'लोगों को क्रिकेट पसंद है, वे मसाले नहीं चाहते।' वह सिर्फ क्रिकेट देखना चाहता है। आजकल हम बहुत सारे मसाले डालते हैं। क्रिकेट प्रशंसक यह जानना चाहते हैं कि किसी खिलाड़ी का फॉर्म खराब क्यों है, वे खिलाड़ियों के निजी जीवन के बारे में नहीं जानना चाहते। रोहित शर्मा ने आगे कहा, 'उन्हें बोलने का अधिकार है, इसका मतलब यह नहीं है कि वे कुछ भी कहेंगे.' खिलाड़ियों का सम्मान करना महत्वपूर्ण है। विश्व कप में खेलने वाले खिलाड़ी सम्मान के पात्र हैं। 24 में से 23 मैच जीतना कोई मज़ाक नहीं है।
रोहित शर्मा ने कहा कि आलोचना जरूरी है लेकिन इसके लिए एक तरीका भी होता है। रोहित के मुताबिक, 'आलोचना होनी चाहिए, इसमें कोई दिक्कत नहीं है।' हम न्यूजीलैंड से घरेलू मैदान पर हार गए, आलोचना जायज है लेकिन आलोचना करने का भी एक तरीका होता है। आजकल यहां एक एजेंडा चलाया जा रहा है और उसकी आलोचना की जा रही है, जो उचित नहीं लगता।
रोहित रिटायर नहीं होना चाहते थे लेकिन...
ऐसी खबरें हैं कि रोहित शर्मा अभी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लेना चाहते थे। वह इंग्लैंड में कम से कम दो टेस्ट मैच खेलना चाहते थे। उन्होंने चयनकर्ताओं के सामने प्रस्ताव रखा कि वह कप्तानी छोड़ देंगे लेकिन दो टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। लेकिन चयनकर्ताओं और बीसीसीआई ने उनकी एक नहीं सुनी और नतीजा यह हुआ कि रोहित ने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम चयन से पहले ही संन्यास ले लिया।