'पाकिस्तानी क्रिकेटर की गजब बेइज्जती' मैदान पर आने से पहले ही कैसे हो गया आउट, जानें क्या है अजीब नियम

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के बावजूद लीग चरण से बाहर होने के बाद, पाकिस्तान क्रिकेट में एक नई अजीब घटना देखने को मिली है। दरअसल, पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में सईद शकील को प्रेसिडेंट कप के फाइनल में मैदान पर उतरे बिना ही आउट दे दिया गया था। सईद शकील को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान टीम में शामिल किया गया। फाइनल में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का मुकाबला पाकिस्तान टेलीविजन से हुआ। मैच में पीटीवी के तेज गेंदबाज मुहम्मद शहजाद ने दो गेंदों पर दो विकेट लेकर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की स्थिति खराब कर दी।
ऐसे में सईद शकील को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आना था, लेकिन वह मैदान में उतरने से पहले ही आउट हो गए। दरअसल, सईद शकील को अंपायर ने टाइम आउट दे दिया था। इसका मतलब है कि वह समय पर क्रीज पर नहीं पहुंच सके। इस तरह सईद शकील टाइम आउट होने वाले पाकिस्तान के पहले खिलाड़ी बन गए। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की स्थिति तब खराब हो गई जब सऊद शकील के टाइम-आउट के बाद शहजाद ने तीसरा विकेट लेकर अपनी हैट्रिक पूरी की। इस तरह स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने 3 गेंदों पर 4 विकेट गंवा दिए।
क्रिकेट में टाइम आउट नियम क्या है?
क्रिकेट में एक बल्लेबाज 10 अलग-अलग तरीकों से आउट हो सकता है। उनमें से एक की अवधि समाप्त हो चुकी है। इस नियम के अनुसार, जब कोई टीम बल्लेबाजी कर रही हो और उसका कोई विकेट गिर जाए तो नए बल्लेबाज को अगली गेंद 3 मिनट के अंदर खेलनी होती है। यदि बल्लेबाज ऐसा करने में असमर्थ है, तो विरोधी टीम अम्पायर से टाइम-आउट की अपील कर सकती है। इस स्थिति में बल्लेबाज को आउट घोषित कर दिया जाता है।
2023 का एकदिवसीय विश्व कप भी समय पर समाप्त हो गया।
क्रिकेट में टाइम आउट जैसी घटना बेहद आम है, लेकिन 2023 वनडे विश्व कप में बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच हुए मैच में यह तब चर्चा में आया जब शाकिब अल हसन ने एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट कर दिया। बल्लेबाज के आउट होने के बाद मैथ्यूज अगली तीन गेंदें नहीं खेल सके क्योंकि उनके हेलमेट का पट्टा टूट गया था। ऐसे में शाकिब ने अंपायर से टाइम आउट का इंतजार करने की अपील की, जिसके बाद मैथ्यूज को एक भी गेंद खेले बिना ही मैदान छोड़ना पड़ा। इस तरह मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।