विश्वकप में कातिलाना गेंदबाजी से मचाया भौकाल, अब 459 दिन बाद भारतीय टीम में हो सकती है वापसी
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। एक तरफ चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के चयन को लेकर गरमागरम बहस चल रही है तो दूसरी तरफ खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 के नॉकआउट दौर शुरू हो गए हैं। पहला प्री-क्वार्टर फाइनल आज वडोदरा के मोती बाग स्टेडियम में हरियाणा और बंगाल के बीच खेला गया। इस मैच में बंगाल के लिए मोहम्मद शमी ने घातक गेंदबाजी की और 3 विकेट लिए। इसके साथ ही उन्होंने अपने प्रदर्शन के जरिए चयनकर्ताओं को एक संदेश भी दिया है।
मोहम्मद शमी ने आखिरी बार 19 नवंबर 2023 को खेले गए वनडे विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उस समय वह चोटिल हो गए थे और यही कारण है कि वह तब से टीम इंडिया से बाहर हैं। इस बीच, टीम इंडिया ने 2024 टी20 विश्व कप भी जीता, लेकिन चोट के कारण शमी न तो इंडियन प्रीमियर लीग और न ही टी20 विश्व कप खेल सके। रणजी ट्रॉफी में वापसी के बाद से उन्होंने शानदार गेंदबाजी की है, लेकिन कभी-कभी उनकी फिटनेस को लेकर सवाल उठते हैं।
अब, जब भारतीय चयनकर्ता इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और एकदिवसीय श्रृंखला के साथ-साथ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम चुनने के लिए बैठक करेंगे, तो शमी ने पहले ही अपने विस्फोटक प्रदर्शन से अपनी पहचान बना ली है। उन्होंने हरियाणा के खिलाफ पूरे 10 ओवर गेंदबाजी की और 61 रन देकर 3 विकेट लिए। कोटा के 10 ओवर यह दर्शाते हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए फिट हैं, जबकि उनके 3 विकेट दर्शाते हैं कि उनकी घातकता कम नहीं हुई है।
उन्होंने हरियाणा के सलामी बल्लेबाज हिमांशु राणा को 14 रन, दिनेश बाना को 15 रन और अंशुल कंबोज को 4 रन पर आउट किया। हालांकि शमी ने इस दौरान 5 वाइड गेंदें फेंकी, लेकिन अगर उन्हें टीम में शामिल किया जाता है तो यह उनके लिए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उतरने से पहले इंग्लैंड के खिलाफ अपनी गेंदबाजी को और निखारने का मौका होगा। आपको बता दें कि अगर वह वापस लौटते हैं तो 459 दिन बाद 20 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते नजर आएंगे।