“मैं अपने बेटे को क्रिकेटर नहीं बनाना चाहता”, Sarfaraz Ahmed ने आखिर क्यों दिया ऐसा बयान

“मैं अपने बेटे को क्रिकेटर नहीं बनाना चाहता”, Sarfaraz Ahmed ने आखिर क्यों दिया ऐसा बयान

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद का एक वीडियो इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है. जिसमें वह अपने बेटे के साथ क्रिकेट खेलती नजर आ रही हैं. बात और बेटे के बीच क्रिकेट के इस जुगलबंदी को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. यही वजह है कि इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. हालांकि सरफराज इस वीडियो में अपने बेटे के साथ क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन वह नहीं चाहते कि उनका बेटा प्रोफेशनल क्रिकेट की दुनिया में पैर रखे, इसकी वजह उन्होंने खुद बताई है।

सर्फर्स अहमद नहीं चाहते कि उनका बेटा क्रिकेटर बने



सरफराज अहमद ने एआरवाई डिजिटल के शान सहवर कार्यक्रम पर कहा कि वह अपने बेटे को क्रिकेट से दूर रखना चाहते हैं। अहमद ने कहा, "मैं जानता हूं कि मेरे बेटे की क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी है, लेकिन मैं अब भी नहीं चाहता कि वह क्रिकेटर बने।" इसका कारण बताते हुए सरफराज खान आगे कहते हैं कि एक क्रिकेटर होने के नाते मैंने कई ऐसी चीजों का सामना किया है जो मैं अब्दुल्ला (सरफराज के बेटे) का सामना नहीं करना चाहता। यह मानव स्वभाव है, एक क्रिकेटर के रूप में मैं चाहता हूं कि मेरे बेटे का चयन तुरंत हो जाए अन्यथा उसे नुकसान होगा।

सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 जीती


आपको यह भी बता दें कि सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया था. इससे पहले, वह पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज यूनिस खान की कप्तानी में 2009 में टी 20 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। सरफराज अहमद ने अपने करियर में 49 टेस्ट, 117 वनडे और 61 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

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