5 ऐेसे भारतीय क्रिकेटर जो निकल कर आये थे गरीबी के दलदल से, लेकिन आज करोड़पति हैं

5 ऐेसे भारतीय क्रिकेटर जो निकल कर आये थे गरीबी के दलदल से, लेकिन आज करोड़पति हैं

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। बीसीसीआई हर साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की भी मेजबानी करता है। कुल मिलाकर, यह दर्शाता है कि यदि कोई भारतीय क्रिकेटर बहुत खराब स्थिति से बाहर निकलता है और क्रिकेट के क्षेत्र में अपना नाम बनाता है। इसलिए न केवल भारतीय क्रिकेटरों बल्कि दुनिया के सभी भाग लेने वाले क्रिकेटरों को इससे पैसा मिलता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है। ऐसे कई भारतीय क्रिकेटर हैं जिनका जीवन क्रिकेट के मैदान में प्रवेश करने के बाद पूरी तरह से बदल गया है। इसलिए, भारतीय टीम में खेलने वाले प्रत्येक क्रिकेटर को बहुत पैसा मिलता है। तो, उसका जीवन पूरी तरह से रूपांतरित हो सकता है। तो आइए जानें कुछ ऐसे भारतीय क्रिकेटरों के बारे में जो बेहद गरीबी में थे और अब खुद अरबों में पा चुके हैं। 

एमएस धोनी - 
धोनी का एकमात्र लक्ष्य क्रिकेट खेलना रहा, इसलिए उन्होंने अपने पिता के सपनों को एक तरफ रखा और अपने सपने को पूरा करने के लिए अधिक महत्व दिया। आज वह दुनिया के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक हैं। क्रिकेट ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। आज धोनी को भारतीय क्रिकेट के सबसे अमीर क्रिकेटरों में से एक माना जाता है।  क्रिकेट ने भारत के कप्तान एमएस धोनी के जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। वह चाहते थे कि धोनी एक अच्छी सरकारी नौकरी करें। उन्होंने धोनी से रेलवे टिकट कलेक्टर के रूप में काम करने के लिए भी कहा था। जब वह छोटे थे, तो उनके पिता पिच क्यूरेटर के रूप में काम कर रहे थे। 

इरफान पठान - यूसुफ पठान - 
 उनके पिता मस्जिद में झाडू लगाते थे। उनके पिता का सपना इरफान और यूसुफ को क्रिकेटर्स बनाना था। जब वे दोनों छोटे थे, तब वे 250 रुपए में अपने पिता का घर चलाते थे। जब इरफान और यूसुफ क्रिकेट का अभ्यास करने के लिए जाते थे, तो उनके पिता उनकी पुरानी चप्पल की रिपेयर कर देते थे। इस तरह की गरीबी से बाहर आते हुए इरफान और यूसुफ ने आज क्रिकेट के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।  भारतीय क्रिकेट टीम के पठान भाइयों, इरफान पठान और यूसुफ पठान की शुरुआत बेहद खराब रही। लेकिन, बाद में, उन्होंने दोनों को क्रिकेट के मैदान में भेजने के लिए कड़ी मेहनत की। 

5 ऐेसे भारतीय क्रिकेटर जो निकल कर आये थे गरीबी के दलदल से, लेकिन आज करोड़पति हैं

रवींद्र जडेजा - 
क्रिकेट में आने से पहले, उनके पिता एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे। तो, मां एक नर्स थी। भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है। उनका पूरा परिवार एक सरकारी क्वार्टर में रहता था। लेकिन जडेजा क्रिकेटर बनना चाहते थे। वह अपनी फील्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं। इसके अलावा उसके पास घर, पैसे जैसी चीजों की कोई कमी नहीं है।  आज, वह भारतीय टीम में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। 

हार्दिक पांड्या - 
पांड्या ने एक साक्षात्कार में कहा था कि जब वह छोटे थे तब उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। इसलिए उन्हें और उनके भाई कृणाल पांड्या को केवल मैगी ही खानी पड़ी। यह दर्शाता है कि उनका प्रारंभिक जीवन संघर्षों से भरा था। हार्दिक के पास इतना पैसा भी नहीं था कि वह अपनी क्रिकेट किट खरीद सके।  एक साधारण लड़के से क्रिकेटर बनने तक के हार्दिक पांड्या का सफर भी काफी रोमांचक रहा। वह हमेशा अपने परिवार की पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया के माध्यम से साझा कर रहे हैं। लेकिन, अब वह भारतीय टीम में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। उसकी आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी है। 

5 ऐेसे भारतीय क्रिकेटर जो निकल कर आये थे गरीबी के दलदल से, लेकिन आज करोड़पति हैं

उमेश यादव - 
परिणामस्वरूप, उनके घरों में भारी तनाव था। इसलिए उनके पिता चाहते थे कि यादव सरकारी नौकरी करें। वह यादव को पुलिस कांस्टेबल बनाने की भी तैयारी कर रहे थे। भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव का शुरुआती जीवन संघर्षों से भरा था। उनके पिता एक कोयला खदान में काम कर रहे थे। लेकिन, यादव ने क्रिकेट के मैदान को चुना। अब उसकी जिंदगी पहले से काफी बेहतर है।

Post a Comment

From around the web