अफगानिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड की हार के 5 बडे गुनहगार, ब्रेंडन मैकुलम की कोचिंग पर लगा बडा कलंक?

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के 8वें मैच में अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को 8 रन से हराकर बड़ा उलटफेर किया। इस जीत के साथ अफगानिस्तान ने सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, जबकि इंग्लैंड के लिए सेमीफाइनल के सभी रास्ते अब बंद हो गए हैं। यह लगातार दूसरी बार है जब अफगानिस्तान ने किसी आईसीसी प्रतियोगिता में इंग्लैंड को हराया है। ऐसे में आइए जानते हैं इंग्लैंड के उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जो इसके विलेन बन गए हैं।
फिल साल्ट ने शुरूआती हाफ में ही उनकी नाक काट ली।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज फिल साल्ट ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी से पूरी तरह निराश किया है। टीम को उम्मीद थी कि वह तेज शुरुआत करेंगे और बेन डकेट के साथ सतर्कता से खेलेंगे, लेकिन वह दोनों मैचों में असफल रहे। इंग्लैंड को फिल साल्ट की बल्लेबाजी विफलता का भी खामियाजा भुगतना पड़ा।
जोस बटलर की बल्लेबाजी में कोई धार नहीं थी।
कप्तान जोस बटलर का बल्लेबाजी में न आ पाना भी इंग्लैंड की असफलता का एक बड़ा कारण है। बटलर को अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वह मौके का फायदा नहीं उठा सके। नतीजा यह हुआ कि उन्होंने लापरवाह शॉट खेलकर इंग्लैंड को संकट में डाल दिया।
इंग्लैंड के लिए नहीं चला जेमी स्मिथ का बल्ला
अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में इंग्लैंड की बल्लेबाजी जो रूट के इर्द-गिर्द घूमती रही। जो रूट को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज प्रभावशाली पारी नहीं खेल सका। बेन डकेट के आउट होने के बाद जेमी स्मिथ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए लेकिन सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए। बल्लेबाजी में स्मिथ की विफलता भी टीम के लिए महंगी साबित हुई।
जोफ्रा आर्चर बुरी तरह हारे
इंग्लैंड की गेंदबाजी के लिए तुरुप का इक्का माने जाने वाले जोफ्रा आर्चर की अफगानिस्तान के बल्लेबाजों ने बुरी तरह धुनाई की। आर्चर ने मैच में भले ही तीन विकेट लिए हों, लेकिन उन्होंने अपने 10 ओवरों में 64 रन भी दिए, जिससे इंग्लैंड के लिए यह लक्ष्य मुश्किल हो गया।
जेमी
जेमी ओवरटर्न इंग्लैंड के लिए सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। अफगानिस्तान के खिलाफ उन्हें सबसे ज्यादा झटका लगा था। गेंदबाजी में जेमी ने 10 ओवर में 72 रन देकर केवल 1 विकेट लिया। इसके अलावा निचले क्रम में जेमी टीम की जीत की आखिरी उम्मीद थे, लेकिन उन्होंने समझदारी नहीं दिखाई और इंग्लैंड को हार की ओर धकेल दिया।