'अनपढ़' पाकिस्तानियों को सीखा दिया प्रोटोकॉल, चैंपियंस ट्रॉफी की क्लोजिंग सेरिमनी पर ICC से मांग रहे थे जवाब, अब मिला मुंहतोड जवाब

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के समापन समारोह के दौरान हुए कथित अपमान के संबंध में आईसीसी से किसी औपचारिक स्पष्टीकरण की उम्मीद नहीं है। खिताबी मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की। विवाद तब शुरू हुआ जब पीसीबी के मुख्य परिचालन अधिकारी और चैंपियंस ट्रॉफी के टूर्नामेंट निदेशक सुमैर अहमद को पुरस्कार वितरण समारोह के लिए मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया। पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा, "हमने आईसीसी के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज करा दी है, क्योंकि जो कुछ हुआ वह हमें अस्वीकार्य है।"
आईसीसी सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कोई औपचारिक स्पष्टीकरण नहीं दिया जाएगा। आईसीसी के एक सूत्र ने कहा- अगर पीसीबी अधिकारी ध्यान दे रहे थे तो आईसीसी के सीईओ ज्योफ एलार्डिस भी मंच पर मौजूद नहीं थे। इसका कारण प्रोटोकॉल है। सुमेर अहमद पीसीबी का कर्मचारी है, अधिकारी नहीं। यह भी देखें कि टूर्नामेंट निदेशक प्रस्तुति देने के लिए मंच पर कब आये हैं?
उन्होंने आगे कहा- हम एक उदाहरण दे सकते हैं। आईसीसी के नए परिचालन एवं संचार प्रमुख गौरव सक्सेना कभी दुबई में एशिया कप के टूर्नामेंट निदेशक थे। क्या वह अंतिम प्रदर्शन के लिए मंच पर थे? भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भारतीय खिलाड़ियों को सफेद जैकेट और मैच अधिकारियों को पदक प्रदान किए, जबकि आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने कप्तान रोहित शर्मा को ट्रॉफी प्रदान की और विजेताओं को पदक प्रदान किए।
इस पूरे मामले से पीसीबी और आईसीसी के बीच तनाव पैदा हो गया है। पीसीबी का मानना है कि मेजबान देश होने के नाते उनके सीओओ को मंच पर होना चाहिए। उन्होंने इस घटना को पाकिस्तान का अपमान बताया। दूसरी ओर, आईसीसी का कहना है कि यह सिर्फ प्रोटोकॉल का मामला है और अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। आईसीसी ने यह भी तर्क दिया है कि टूर्नामेंट निदेशक आमतौर पर अंतिम प्रस्तुति के समय मंच पर नहीं होते हैं।